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नपा के विकास कार्यों में साहब ने लगाया परसेंटेज का ग्रहण....!



भ्रष्टाचार के मामले में अलग पहचान रखने वाले साहब के चर्चे फिर एक बार आम


इंट्रो- अस्तित्व होने की कगार में पहुंच चुके शहडोल नगर के विभिन्न तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए प्रशासन द्वारा जहां करोड़ों की राशि खर्च की जा रही है वहीं ठेकेदार द्वारा कमिश्नर कार्यालय के सामने सी हो रहे निर्माण कार्यों पर भ्रष्टाचार का पलीता लगाया जा रहा है। जिस पर नपा के जिम्मेदारों की रहमत बरस रही है। मामला स्थानीय पोनांग(लल्लू) तालाब में ठेकेदार द्वारा जिम्मेदारों की सह पर कराए जा रहे गुणवत्ता विहीन सौंदर्यीकरण व निर्माण  कार्य का है । वहीं इस भ्रष्टाचार से लगभग एक दशक से अधिक समय से नगर पालिका में पदस्थ इंजीनियर बृजेंद्र वर्मा का नाम जुड़ने लगा है।वंही आदर्श आचार संहिता की दृष्टि से भी साहब का नपा में इतने लंबे समय से पदस्थ रहना चर्चा का विषय बना हुआ है। वंही नपा सीएमओ की चुप्पी भी उनके कार्यशैली पर प्रश्न खड़े कर रही हैं।



शहडोल(संजीव प्रताप सिंह)। प्रदेश सरकार द्वारा तालाबों के संरक्षण एवं सौन्दर्यीकरण के लिये समय-समय पर प्रयास किये जा रहे हैं, जलसंकट एवं पर्यावरण संतुलन बनाये रखने की दृष्टि से हाई कोर्ट एवं एनजीटी द्वारा भी प्राकृतिक धरोहरों के संरक्षण के निर्देश जारी किये गये हैं, जिसके मद्देनजर स्थानीय प्रशासन द्वारा विभिन्न वार्डों में अपना अस्तित्व खोने की कगार में पहुंच चुके तालाबों के जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य कराया जा रहा है, वहीं एक ओर जहां शासन प्रति तालाब के सौन्दर्यीकरण में लाखों रुपये खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर विभाग के जिम्मेदारों की शह पर ठेकेदार शासकीय राशि को लूटने में जुटा हुआ है। नगर के वार्ड नम्बर-04, रीवा रोड से लगे पौंनाग (लल्लू) तालाब में प्रीकास्ट आरसीसी ब्लाक पिचिंग कार्य, पाथ-वे पेवर ब्लाक कार्य एवं तालाब में रोड सरफेस पीसीसी रोड निर्माण का कार्य लगभग 60 लाख की लागत से किया जाना था, विभाग द्वारा कार्य शहडोल के खैरहा की सुधीर कांस्ट्रक्शन कम्पनी को सौंपी गई थी, जिस पर ठेकेदार द्वारा लगातार निर्माण कार्य के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। विभाग द्वारा गुणवत्ता संबंधी निर्देशों के पालन सिर्फ कागजों में सिमटकर रह गये हैं, यही नहीं विभाग के तमाम जिम्मेदार इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं, और ठेकेदार मनमाने ढंग से निर्माण कार्य करा रहा है।

ऐसे हो रहा भ्रष्टाचार
नगरपालिका परिषद द्वारा आरसीसी ब्लाक/पिच कास्ट स्लैब निर्माण कार्य हेतु लगभग 21 लाख रुपये की राशि स्वीकृति की गई थी, जिसमें तालाब के चारों ओर आरसीसी ब्लाक जाम करवाने थे। शासकीय दस्तावेजो के अनुसार प्रत्येक स्लैब/ब्लाक डेढ़ फुट लम्बा व डेढ़ फुट चौड़ा होना चाहिए था, वहीं प्रत्येक ब्लाक में 10 एमएम. मोटाई की 10 छड़े लगाई जानी चाहिए थी, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ठेकेदार द्वारा 10 लोहे की छड़ों के स्थान पर 08 एमएम. की दो लोहे की छड़े प्रयोग में लाई जा रही हैं। दो छड़ों के कारण ब्लाक कम दबाव में ही टूट रहे हैं, यही नहीं पर ब्लाक निर्माण में 01 अनुपाते 03 के हिसाब से सीमेन्ट और रेत का मसाला इस्तेमाल में लाना था किंतु निर्माण हेतु ठेका कम्पनी द्वारा 1&10 का मसाला इस्तेमाल में लाया जा रहा है। गौरतलब है कि ठेका कम्पनी व कथित अधिकारी द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की पोल आने वाली  बारिश के साथ ही घुुलकर सामने आयेगी।

किसकी शह पर भ्रष्टाचार
जिला मुख्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर हो रहे गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य पर प्रशासन की नजर ही न पड़े यह संभव ही नहीं है, यही नहीं तालाब से महज 100 कदम की दूरी पर संभागीय मुख्यालय भी स्थित है, इसके बावजूद भी ठेकेदार मनमाने ढंग से निर्माण कार्य व भ्रष्टाचार करने में मग्न हैं, जिससे यह तो स्पष्ट होता है कि विभाग के जिम्मेदारों की विशेष रहमत ठेकेदार सुधीर सैनी पर बरस रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नपा के सहायक यंत्री बृजेन्द्र वर्मा की शह पर ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य में अनियमितताएं बरती जा रही है, इसके अलावा सहायक यंत्री श्री वर्मा को गुणवत्ता निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वंही मामले में सीएमओ नगर पालिका अमित तिवारी की कार्यशैली पर भी प्रश्न चिन्ह लगने लगे हैं देखना यह है की बड़े साहब अपने अधीनस्थ के कारगुजारियों पर कब तक मेहरबान रहते हैं।

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बाक्स बनाकर लगाएं

जिम्मेदार पर लगे भृस्टाचार के आरोप 


शहडोल नगरपालिका में एक दशक से भी अधिक समय से पदस्थ सहयकयंत्री पर कथित ठेकेदार से परसेंटेज लेने व अन्य भृस्टाचार के चर्चे फिर से गली गली आम होने लगे है। जनचर्चा है कि साहब द्वारा ठेकेदार से उसकी मनमानी की एवज में परसेंटेज ले लिया है यही कारण है कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। यही नही अपने पूर्व के भृस्टाचार व अर्जित की गई अकूत सम्पति व पुलिस लाइन में करोड़ों के बंगले  को लेकर चर्चे में रहते हैं यही नही मेढकी की समीप अपने निजी ऐशगाह पर बीते दिनों नगरपालिका स्टाफ द्वारा साफ सफाई एवम अन्य कार्य कराए जाने को लेकर चर्चाओं की गर्म हवा बड़ी तेजी से जिले भर में फैल रही है ।

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इनका कहना है

जानकारी आपने माध्यम से सामने आई है, हमारे इंजीनियर द्वारा गुणवत्ता की जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी। इंजीनियर बृजेन्द्र वर्मा के संबंध प्राप्त शिकायतों के आधार पर जेडी को कार्यवाही हेतु प्रतिवेदन भेजा गया है ।

ए. के तिवारी
मुख्य नगरपालिका अधिकारी, शहडोल

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