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विभाग ने टेके घुटने, क्षेत्र में चल रहा माफिया राज

जिम्मेदारों की सह पर ,खनन माफिया एनजीटी के निर्देशों को बता रहे धता


बिके हुए जिम्मेदार दिखे लाचार.... माफिया पोकलेन से चीर रहे हैं सोन का सीना 


शिकायतों पर लंबित कार्यवाही प्रशानिक सांठगांठ की बनी परिचायक 


उमरिया ( कोबरा) :  उमरिया जिले के मानपुर तहसील में पंचायत को स्वीकृत मोहबाला (बल्हौड़) रेत खदान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र से लगे होने के कारण पूर्व में भी विवादों में घिरी रही है वहीं कुछ दिनों पूर्व खदान को बंद कर दिया गया था लगभग सप्ताह भर पूर्व खदान फिर से शुरू हुई ग्राम पंचायत की खदान पर कब्जा जमाए बैठे माफियाओं द्वारा हाई लेवल की सांठगांठ कर रात के अंधेरे में पोकलेन लगाकर खनन कार्य प्रारंभ किया गया खान आनन्द प्रारंभ करने से पूर्व ही तमाम जिम्मेदारों को अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने के लिए नज़राना पहुंचा दिया गया जिस बात की जानकारी नाम
ना बताने की शर्त पर खदान से संबंधित एक कर्मचारी द्वारा दी गई । नजराने की भेंट के बाद पंचायत की खदान को माफियाओं ने अपने कब्जे में कर लिया है, अंधेरे में पोकलेन उतारकर सोननदी से रेत का खनन कराया जा रहा है और प्रतिबंध के बावजूद हाइवा वाहनों को रेत परिवहन के लिये सीधे नदी में उतारा जा रहा है इतना ही नहीं खनन के लिए रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए पोकलेन मशीन इस्तेमाल में लाई जा रही है जो की पूर्णता नियम विरुद्ध है।

कैमरे में कैद हुई कारस्तानी
बल्हौड़ रेत खदान में पहले दिन ही पोकलेन लगाकर खनन कराने की चर्चा पूरे जिले में आम हो चुकी थी वहीं खनिज विभाग के जिम्मेदारों द्वारा इस बात को नकारा जा रहा था कि दूसरे ही दिन रात के अंधेरे में घाट पर उतरी पोकलेन मशीन व हाईवा कैमरे की जद में आ गए और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया इसके बाद भी किसी जिम्मेदार ने मामले में गंभीरता दिखाने की जहमत नहीं उठाई जिस बात से स्पष्ट होता है कि रेत माफिया और प्रशासनिक जिम्मेदार अवैध खनन से प्राप्त मलाई मिल बांट कर खा रहे हैं वहीं खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि मशीन अब दिन में भी नदी में उतरती है, जिस खदान में व्यवसायिक उपयोग वाले ट्रैक्टर ही रेत लेने के लिये जा सकते हैं। उक्त खदान में हाइवा और डम्फर धड़ल्ले से उतारे जा रहे हैं।

औकात के अनुसार बिकी कुर्शी..!
बल्हौड़ रेत खदान में जो खेल चल रहा है, उसमें खनिज विभाग के जिम्मेदारों समेत बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारियों राजस्व विभाग के जिम्मेदारों ने मौके का फायदा उठाते हुए अपनी जेब गर्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी इस बात की चर्चा हर नुक्कड़ चौराहे में आम हो रही है इतना ही नहीं चर्चा तो यह भी है कि चडहोत्री का  एक मोटा पुलिंदा उमरिया कलेक्ट्रेट में बड़े साहब के दफ्तर तक भी पहुंचा है जिस कारण बड़े साहब ने भी पूछ परख करने की जहमत नहीं उठाई। इतना ही नहीं सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद भी संबंधित अधिकारियों ने कार्यवाही करना उचित नहीं समझा और अभी भी अधिकारी सब अच्छा है सब अच्छा है का लोहा पीट रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्व में भी स्वीकृति को लेकर कथित खदान के संबंध में मुख्यालय से लेकर राजधानी तक शिकायत भेजी जा चुकी है किंतु मामले पर हावी कड़क नोट ने शिकायतों को ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया है । देखना यह भी है कि मामले की जानकारी नवागत कमिश्नर को मिलने पर कमिश्नर श्री जैन मामले के संबंध में क्या कदम उठाते हैं क्या सोन का सीना छलनी होना अनवरत जारी रहेगा या फिर बिके हुए स्थानीय जिम्मेदारों की ईमानदारी जागेगी । या फिर नवागत कमिश्नर का डर मामले को कार्यवाही की ओर रुख कराने में मददगार साबित होगा।




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