शहडोल (कोबरा- टेढी बात) : अब बोलूंगा तो बोलोगे कि बोलता है लेकिन थोड़ा बोलने और पोल खोलने मे हर्ज ही क्या है । जिले की सोहागपुर थाना का थाना प्रभारी चाहे कोई रहे- लेकिन होगा वही जो दादा भाई कहे। आरक्षकों में प्रधान कहे जाने वाले दादा भाई के कंधे में या यूं कहें कि गर्दिश में भले ही सितारों के लाले पड़े हो लेकिन सिंह साहब तो तीन सितारा का मजा उठा रहे हैं।इन्हें थाने का राजा कहो या फिर इन्द्र इस बात से कोई फर्क नही पड़ता मामला छोटा हो या बड़ा , नरवार का हो रोहनिया का हो ,पटासी का हो या श्याम डीह का साहब का लिफाफा हर जगह से पहुंच जाता है । थाना में जमे बिना सितारा वाले साहब की आवक तीन सितारा से भी ज्यादा हो गई और बड़े साहब को मानो इस बात की भनक ही न हो की उनके नाम पर ट्रेडर्स वाले दादा भाई समेत हर ठीहे से खाई कौन कर रहा हैं।हाले सोहागपुर क्या बया करें माफ़ियायों में सिर्फ एक ही नाम, दादा भाई को साहब सलाम बाकी किसकी मजाल जो साहब के बारे में बोलेगा , पर कोबरा है कि मानता नहीं पूरा चिट्ठा खोलेगा।
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