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| जबरन रोककर धूप में खड़े कराए गए विद्यार्थी |
स्वीप प्लान के तहत ,जबरन जुटाई जा रही भीड़...!
शहडोल ( कोबरा) : स्वीप प्लान के तहत मतदाताओं को जागरूक करने के लिए जगह जगह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है किंतु यह जागरूकता अभियान की जमीनी हकीकत सुनकर आप चौक जायेंगे। कहने को तो यह जागरूकता अभियान पूरे जिले भर में चलाया जा रहा है किंतु यह बात सिर्फ कहने में ही उचित मालूम पड़ती है । दूरदराज के ग्राम पंचायतों में महज खानापूर्ति कर मतदाता जागरूकता अभियान निपटाया जा रहा है। सोमवार को मतदाता जागरूकता अभियान के तहत संभाग के एकमात्र विश्वविद्यालय पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय में मतदाता जागरूकता अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें अधिक से अधिक भीड़ दिखाने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में परीक्षा देने पहुंचे छात्र-छात्राओं को मेन गेट बंद करके अंदर ही रोक दिया गया छात्र-छात्राओं के पूछने पर उन्हें कलेक्टर साहब के आने की बात कर चुपचाप खड़े रहने की हिदायत भी विद्यालय प्रबंधन द्वारा दे दी गई।
साहब आ रहे दरवाजा बंद कर दो..!
दरवाजा बंद कर दो कोई बाहर ना जाने पाए कलेक्टर साहब आ रहे हैं....! ऐसी आवाज विश्वविद्यालय मेन गेट के समीप तब गूंजी जब परीक्षा देकर विश्वविद्यालय के छात्र अपने घर की ओर रवाना हो रहे थे, तभी प्रबंधन के आदेश से मेन गेट बंद करवा दिया गया ऐसी जानकारी धूप में खड़े मतदाता जागरूकता अभियान के भागीदार बने छात्र-छात्राओं ने दी। हमारी टीम द्वारा शहडोल के नक्शे की सीमा रेखा बन कर खड़े विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि हम लोग जैसे ही परीक्षा देकर घर जाने को बाहर निकले मेन गेट यह क्या कर बंद कर दिया गया कि कुलपति साहब का आदेश है की कलेक्टर साहब विश्व विद्यालय परिसर में आ रहे हैं। इसीलिए कोई घर नहीं जा सकता यही नहीं कुछ छात्र-छात्राएं जो परीक्षा देने अमलाई बुढ़ार ,पाली एवं अन्य आसपास के क्षेत्रों से आते हैं उनकी ट्रेन भी यह कह कर छोड़ दी गई थी उनकी ट्रेन से ज्यादा जरूरी काम मतदाता जागरूकता का है।
छात्राओं को करना पड़ा ट्रेन का इंतजार
मतदाता जागरूकता अभियान में जबरन भागीदार बनाए गए छात्राओं ने चर्चा के दौरान बताया कि हम लोग रोजाना लोकल ट्रेन से अप डाउन करते हैं,किंतु आज हमें जबरन इस कार्यक्रम के लिए रोक लिया गया जिसकी वजह से हमारी ट्रेन छूट गई। अगली ट्रेन रात 8:00 बजे है । गौरतलब है कि अभिभावकों के लिए अपनी बेटियों का देर शाम तक घर के बाहर रहना परेशानी का सबब साबित होता है ऐसे में छात्र-छात्राओं को बिना पूर्व सूचना जबरदस्ती कैंपस में रोक लेना विश्वविद्यालय प्रबंधन के तानासाही रवैये को स्पष्ट करती है। यही नहीं मीडिया के सामने छात्र-छात्राओं ने अपना दर्द बयान करते हुए बताया कि इन दिनों परीक्षा का समय चल रहा है जिस वजह से एक एक मिनट छात्र-छात्राओं के लिए कीमती है ऐसे में घंटों तक धूप में खड़ा रखकर ना जाने विश्वविद्यालय प्रबंधन हम से कौन सी जागरूकता की आशा लगाए बैठा है।
नपा सीएमओ ने संभाली कमान
मतदाता जागरूकता अभियान में भीड़ दिखाने के लिए जबरन आधा सैकड़ा से अधिक छात्र छात्राओं को कैम्पस में रोक लिया गया। किंतु जिला प्रशासन की नाक कटने से बचाने का काम नगर पालिका सीएमओ अमित तिवारी व उनकी टीम ने किया । सीएमओ तिवारी के नेतृत्व में लगभग एक सैकड़ा नपा कर्मचारी, हितग्राही एवं मतदाता इस कार्यक्रम में शामिल हुए। वहीं नगर में नपा कर्मचारियों के नेतृत्व में नगर के कई स्थानों से रैली निकालकर मतदाता जागरूकता का संदेश आमजन तक पहुंचाया गया। वहीं मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में तमाम व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी दी नपा कर्मियों द्वारा बखूबी निभाई गई।
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| शहडोल के नक्शे को प्रदर्शित करती मानव संखला |
यह रही कार्यक्रम की रूपरेखा
कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार नगर के विभिन्न स्थानों पर रैली निकालकर मतदाता जागरूकता का संदेश दिया गया इसके अलावा जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचन नोडल अधिकारी, कुलपति वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मतदाताओं को मतदान हेतु शपथ दिलवाया गया इसके अलावा तक्षक मतदान हेतु हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत भी की गई। साथ ही नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मतदान का महत्व ही मतदाताओं को बताया गया।
इनका कहना है।
कुल आधे घंटे का तो कार्यक्रम ही था। जिसमें किसी को जबरदस्ती नहीं रोका गया । परीक्षा पूर्ण होने के बाद ही छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में सम्मिलित हुई थी खैर यह तो छोटी बात है कोई बड़ा ईशु नहीं।
मुकेश तिवारी
कुलपति , पंडित शम्भू नाथ शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल



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