जो सिस्टम में नहीं उस पर कार्यवाही की जहमत, बांकी पर बरस रही रहमत...
नगर में ठप्प यातायात व्यवस्था, पर गाड़ी सिस्टम फॉलो करा रहा विभाग ...
इंट्रो : नगर में यातायात व्यवस्था ठप्प है और यातायात का अमला है कि यह गिनने में मशगूल है की कितनी रेत गाड़ियां सिस्टम में हैं और कितनी नही । कार्यवाही होती भी है तो उन्हीं रेत वाहनों में जो सिस्टम में नहीं चल रहे हैं । विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार रेत वाहनों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है हालांकि ये वाहन कार्यवाही की जद में आते भी हैं लेकिन बड़ा सवाल यह भी है कि यातायात विभाग की रहमत कबाड़ से लदे ओवरलोड वाहनों, ओवरलोड सवारी गाड़ी वा ट्रांसपोर्ट के भारी वाहनों पर क्यों बरस रही है।
शहडोल( कोबरा - मुहिम) : यातायात विभाग द्वारा 30 वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया गया था , लेकिन सड़क और रहवासियों की सुरक्षा के लिये मजबूत कदम अभी भी नहीं उठाये जा रहे हैं। गौरतलब है कि शहर के अंदर भारी वाहनों का प्रवेश दिन के समय निषेध है, जिसके बावजूद भी भारी परिवहनों वाहनों के साथ-साथ सवारियों से खचाखच भरी बसें भी नगर के चौराहों पर आसानी से देखने को मिल जाते हैं। इसके अलावा रेत से लदे वाहन नगर की विभिन्न कालोनियों में रेत पहुंचाते भी नजर आते हैं जिन पर यातायात विभाग द्वारा न तो कोई कार्यवाही की जाती है और न ही प्रवेश निषेध के निर्देश दिये जाते हैं। यातायात विभाग द्वारा कार्यवाही के नाम पर सिर्फ कागजों में कोरम पूरा किया जा रहा है। बड़े वाहन स्वामियों, कबाड़ के ओव्हरलोड वाहन, रसूखदार बस मालिक इनकी पहुंच से काफी दूर हैं या कहना भी गलत नहीं होगा कि इन लोगों पर विभाग की विशेष मेहरबानी है।
ठप्प है नगर में यातायात व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि सुबह 07 बजे से रात 11 बजे तक शहर में भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णत: निषेध है, फिर भी बिना डर बस संचालक अपनी बसों को बस स्टैण्ड से इंदिरा चौक होते हुए सिंहपुर मार्ग के माध्यम से रवाना कर रहे हैं, यही नहीं बोरबेल के भारी वाहन भी इंदिरा चौक से स्टेशन रोड के बीच मुख्य मार्ग की शोभा बढ़ाते नजर आते हैं। साथ ही विभिन्न वाहन चालकों द्वारा बड़े वाहनों की पार्किंग भी सड़क पर की जाती है, जिस पर अधिकारी कार्यवाही नहीं करते।
इन वाहनों को अभयदान
मामला चाहे गांधी चौक का हो, शेर चौक का हो या बाइपास से शहर को जोडऩे वाले इंदिरा चौक का यातायात विभाग का रवैया हर स्थान पर उदासीन ही बना हुआ है। हर चौराहों में भले ही यातायात का हमला मुस्तैद हो फिर भी धड़ल्ले से कंडम वाहन इंदिरा चौक में सवारियां बैठते नजर आते हैं। यही नहीं बड़े बस संचालकों की कई बसें दिन के समय इंदिरा चौक मुख्य मार्ग में वाहन खड़ाकर सवारियां बैठाते हैं। जिस कारण घंटों यातायात व्यवस्था ठप्प रहती है। इनके अलावा बोरबेल के भारी वाहनों पर विभाग की विशेष मेहरबानी बनी हुई है और यही नहीं विभिन्न कबाडिय़ों के ठीहे से निकलने वाले कबाड़ वाहनों विभाग द्वारा अभयदान दिया गया है। इन भारी वाहनों के कारण नगर में घंटों जाम की स्थिति निर्मित रहती है।
इन स्थानों पर लगता है जाम
इंदिरा चौक से स्टेशन रोड मुख्य मार्ग के दौरान दिन में लगभग कई बार जाम की स्थिति निर्मित होती है। उल्लेखनीय है कि जैन मंदिर से होते हुए स्टेशन को जाने वाला मार्ग आटो एवं अन्य कमर्शियल वाहनों के लिये पूर्ण प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिस कारण स्टेशन को जाने वाले कमर्शियल वाहन इंदिरा चौक मुख्य मार्ग के माध्यम से ही आवागमन करते हैं। मुख्य मार्ग में होटल, टपरों, अस्पताल और टाल की वजह से जाम की स्थिति निर्मित रहती है और जाम में फंसने की वजह से कई यात्री समय पर स्टेशन नहीं पहुंच पाते, यही नहीं जाम से बचने के लिये आटो चालक गांधी चौक, जैन मंदिर मुख्य मार्ग का इस्तेमाल करते हैं और यहां भी जाम की स्थिति निर्मित होती है।
इनका कहना है
हमारे द्वारा कई वाहनों पर कार्यवाही की गई है । मौखिक तौर पर सारी डिटेल बताना सम्भव नही आप आकर लिखित जानकारी प्राप्त करें ।
अभिनव राय
सूबेदार, यातायात शहडोल


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