शहडोल (कोबरा- मुहिम ) नगर पालिका शहडोल के अधिकारियों पर अफसरशाही का भूत इस कदर हावी है की मानो उन्हें जन समस्याओं से कोई सरोकार ही नही। एसी कमरों में बैठकर ड्यूटी के नाम पर कोरम पूर्ति और बड़े साहब की चाटुकारिता के अलावा कुछ काम ही नही रह गया हो मानो आमजन के लिए इनकी कोई जिम्मेदारी ही ना हो। कथित चाटुकारो का एक ओर मुख्य काम है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता यह काम है जिले के मुखिया व सूबे के प्रधान की आंखों में झूठ का पर्दा डालकर वाहवाही लेना । जी हां हम बात कर रहे हैं नगर पालिका के उस उदासीन अमले का जो नगर ही नहीं जिलेभर में अपनी स्वच्छता का ढिंढोरा पीटते नजर आते हैं लेकिन इस ढोल में कितना पोल है इस बात का अंदाजा नगर पालिका के वार्डो का निरीक्षण कर आसानी से पता लगाया जा सकता है । प्रेस कॉलोनी हो या पांडव नगर जैसी समृद्ध कॉलोनी इनकी समृद्धि पर दाग लगाने का कार्य नपा की सफाई व्यवस्था में बरती जा रही चूक कर रही है। चलिए स्वच्छता तक तो फिर भी ठीक था बीते 2 दिनों से नगर में पेयजल के लिए आम जनता त्राहिमाम त्राहिमाम चिल्ला रही है और बंद कमरों में ऐसी का मजा लेने वाले साहब को मानो इससे कोई लेना देना ही नही है .... जिमेदार साहब यह कह कर की कल पाइप फुट गया था आज सप्लाई चालू हो गई है लेकिन आज सप्लाई कैसी चालू हुई है इस बात का पता लगाने की जहमत किसी जिम्मेदार ने नहीं उठाई ।
पेयजल के लिए मचा कोहराम ....
2 दिन से पानी की सप्लाई बंद है आम जनता ऐसे हैण्डपम में नबर लगा के खड़ी दिखाई पड़ रही है जो पानी कम हवा ज्यादा उगल रहे हैं । अगर यह मान लिया जाए कि कल पाइप लाइन डैमेज होने की वजह से पुरे शहर में पानी सप्लाई बंद थी तो सवाल यह भी उठता है कि नपा का पूरा अमला क्या कर रहा था जो दिन भर में डैमेज पाइपलाइन की रिपेयरिंग भी नहीं की जा सकी 40 डिग्री तापमान में कूलर और नल की टोटी की तरफ आस लगाए आम आदमी ने कैसे करवट बदल बदल कर रात काटी होगी यह तो उस आम आदमी से बेहतर कोई नहीं बता सकता लेकिन भला एसी में 16 डिग्री का तापमान सेट कर कंबल ओढ़ कर सोने वाले अधिकारियों को क्यों आम आदमी की चिंता होगी।
आलम दूसरे दिन भी वैसे ही....
इतनी गर्मी में आम आदमी ने भले अपने मन को यह कहकर संतोश कर लिया की पाइप लाइन टूट गई है अब तो पानी कल ही मिलेगा लेकिन आलम मंगलवार को भी ऐसा ही रहा नहाना धोना तो दूर की बात है पीने खाने का भी लाला पड़ चुका था दोपहर 12 बजे तक पानी सप्लाई जब चालू नही हुई तो मध्यम वर्गीय परिवार ने आरओ ओर प्राइवेट वाटर कैन सप्लाई का सहारा लिया वंही महिलाओं को पानी के बर्तन लिए एक कॉलोनी से दूसरे कॉलोनी हैंडपंप के चक्कर काटने पड़े। और अंततः दोपहर में जब नगरपालिका का अमला नींद से जागा तो गिने चुने वार्डो में दस - दस मिनट सप्लाई चालू कर नपा प्रशासन गहरी नींद से चला गया।
साहब अभी तक दिखवा रहे हैं....
नगर में व्याप्त जल संकट की सूचना देने के लिए जब मुख्य नगर पालिका अधिकारी को दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया गया तो साहब ने फोन उठाना भी उचित नहीं समझा। वहीं इस बात की जानकारी नपा में पदस्थ इंजीनियर जल प्रदाय प्रमुख वनस्पति पांडे को जब दूरभाष द्वारा दी गई तो उन्होंने सोमवार को पानी सप्लाई बंद होने की बात तो स्वीकारी लेकिन मंगलवार को सप्लाई कमिश्नर बंगले के पास इतवारी मोहल्ला पुरानी बस्ती मैं चालू होना बताया... वही जब कथित अधिकारी को पानी सप्लाई के नाम पर की जा रही गौरव पूर्ति की जानकारी दी गई तो उन्होंने पूछकर बताने व दिखवाने की बात कहते हुए फोन काट दिया । लेकिन दोपहर से शाम हो गई साहब अभी भी दिखवाते रहे और सप्लाई के नाम पर कोरम पूर्ती यूँ ही जारी रही । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कथित अधिकारी जो अपनी भोग विलासता में इस कदर मगरूर है कि उन्हें आम जन की समस्या से कोई सरोकार नही है । इतना ही नही कथित अधिकारी जो की अपने ज्ञान से अपने वरिष्ठ अधिकारियों को वसीभूत कर उनका आफ रिकार्ड सिपहसलार बन चुका है । उसे जनता की रत्ती भर भी फिक्र नही न ही मुखिया के कार्यवाही म भय होगा भी कैसे छोटे साहब का खास जो है.. वंही किसाहब हर एक शासकीय अवकाश का प्रयोग करने से बिल्कुल नहीं चूकते।
इनका कहना है ...
कल पाइप लाइन टूट जाने की वजह से सप्लाई बंद रात को पाइप लाइन ही कर दी गई.. आज सप्लाई चालू है कम सप्लाई की बात आपके माध्यम से सामने आई है मैं दिखवाता हूँ।
वनस्पति पांडेय
जल प्रदाय प्रमुख , नगरपालिका शहडोल
वहीं संबंध में जानकारी देने के लिए बार-बार मुख्य नगर पालिका अधिकारी और दूरभाष के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया सुबह से शाम तक साहब फोन उठाना जरूरी नही समझा।
अमित कुमार तिवारी
मुख्य नगरपालिका अधिकारी,शहडोल
कोबरा मुहिम में आगे पढ़ें ( comming soon)
1.नगर विकाश में रोड़ा साबित हो रही मामा भांजे की जुगलबंदी...!
2. शहडोल नगरपालिका में चल रहा धनपुरी का कानून....!
3. ग्रहण साबित हो रहा नगरपालिका में साहब का सेफ प्ले...!
4.सरकारी कांप्लेक्स, शहीद का सम्मान, और मटन की दुकान.....


0 Comments