शहडोल (कोबरा) : जिसकी रक्षा स्वयं भगवान परशुराम कर रहे हो उसका भला कोई बाल भी बांका कैसे कर सकता है । फिर भी आमजन की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों का अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लेना गंभीर हादसे को निमंत्रण देने से कम नहीं है। विगत 9 वर्षों की भांति इस वर्ष भी भगवान परशुराम के जन्म उत्सव पर ब्राह्मण समाज द्वारा जिला अध्यक्ष डॉक्टर बाल्मीकि गौतम के नेतृत्व में विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया था जिसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ब्राह्मण समाज के संरक्षक नरेंद्र दुबे, किशोरी चतुर्वेदी , अनिल द्विवेदी , ब्राह्मण समाज के जिला महामंत्री चंद्रेश द्विवेदी, युवा जिलाध्यक्ष सूर्यकांत निराला ,विष्णुकांत मिश्रा (पिंकू) ,पिंकू शुक्ला , राहुल मिश्रा , निशांत जोशी , अनुपम गौतम एवम वरिष्ठ पत्रकार सुभाष मिश्रा, शैलेंद्र तिवारी, शिव नारायण त्रिपाठी व अन्य समाज के प्रहरियों समेत ब्राह्मण समाज के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। ऐसी शोभा यात्रा की सुरक्षा में सेंध यातायात अमले की बड़ी लापरवाही का नतीजा रही। मंगलवार की शाम जय स्तंभ चौराहे से भव्य शोभायात्रा लगभग दो सैकड़ा कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में जय स्तंभ चौराहे से प्रारंभ होकर विभिन्न मुख्य मार्गो से होते हुए स्थानीय मोहन राम तालाब परिसर में स्थापित राम मंदिर में समाप्त हुई... हाला की शोभायात्रा बड़े उत्साह व शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हुई लेकिन शोभा यात्रा के दौरान यातायात प्रभारी अभिनव राय व उनके दल की बड़ी लापरवाही उजागर हुई।
शोभायात्रा की सुरक्षा पर सेंध...
शाम 5:00 बजे शोभा यात्रा जय स्तंभ चौराहे से प्रारंभ हुई जिस की सुरक्षा के लिए दो यातायात पुलिस के कर्मचारी तैनात किए गए जिस मार्ग से शोभायात्रा निकल रही थी उसे वन वे कर दिया गया । लेकिन रोजाना यातायात नियमों धज्जियां उड़ाने वाले भारी वाहनों के रूट चार्ट में कोई परिवर्तन नहीं रहा ना ही उन्हें नगर में तैनात यातायात अमले का रत्ती भर भी भय था । शोभा यात्रा जब जेल बिल्डिंग के समीप पहुंची तो शोभा यात्रा के पीछे-पीछे तेज रफ्तार से आता हुआ हिंदुस्तान पेट्रोलियम का ट्रक नजर आया जिसमें पेट्रोल अथवा डीजल लोड था। जिसे शोभा यात्रा की दूसरी तरफ रोड पर डाइवर्ट कर दिया गया सिंह भाई ट्रेडर्स के सामने लगे जाम से एक ऐसी भयावह स्थिति निर्मित हुई जब एक तरफ भक्ति में झूम रहे विप्र बंधु आतिशबाजी, व पटाखे फोड़ कर अपनी खुशी जारी कर रहे थे और दूसरी ओर मौत के सामान से खचाखच भरा हुआ खतरे के निशान से लेश हिंदुस्तान पेट्रोलियम का ट्रक इन आतिशबाजी शोभायात्रा से महज 20 कदम दूर रहा । उक्त शोभायात्रा बीते 9 बरसो से इसी प्रकार परम्परागत तरीके से निकाली जा रही है लेकिन आज तक शोभायात्रा सैकड़ों ब्राहमणो की सुरक्षा को लेकर यातायात अमले से चूक पहले कभी नहीं हुई। मस्ती में झूम रहे उन कार्यकर्ताओं कोई इस बात का रत्ती भर भी अंदाजा नहीं रहा की जिस प्रशासन के भरोसे उत्सव मना रहे हैं उस यातायात अमले को उनकी फिक्र ही नहीं है।
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| शोभायात्रा से कुछ कदम की दूरी पर पेट्रोलटैंक |
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| थम गई सांसे जब जाम की स्तिथि हुई निर्मित ... |
कब नींद से जागेगा यातायात अमला...
नगर में आए दिन गंभीर दुर्घटनाएं घट रही है फिर भी यातायात अमले की कुंभकरणीय नींद टूट ही नही रही । दिनभर भारी वाहन नगर में बेरोक टोक घूमते हैं, जिसका समाचार बीते दिनों कोबरा न्यूज़ द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था किंतु इन पर अभी भी यातायात अमले की रहमत बनी हुई है। वैसे यह कोई नई घटना नहीं है जब भी कोई अधिकारी अपनी कुर्सी और जिम्मेदारियों का सिर्फ एक ही मतलब निकाल लेता है पैसा-पैसा और सिर्फ पैसा तब आलम अक्सर ऐसे ही देखे जाते हैं। ऐसा लगता है कि ऐसा ही कुछ हाल नगर की यातायात विभाग का भी हो गया है जिसे सिर अब अपने सिस्टम से मतलब रह गया है बांकी किसी की जान जाती है तो जाए...। यही नहीं नगर के किसी भी प्रवेश मार्ग पर भारी वाहन प्रवेश निषेध के बोर्ड भी नहीं लगाए गए हैं इसके अलावा सवारी गाड़ियों को शहर के अंदर से सवारी उठाने की छूट भी दी गई है।
यातायात प्रभारी की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह..
बीते वर्ष तत्कालीन यातायात प्रभारी नित्यानंद पांडे के कार्यकाल के दौरान हमारी टीम द्वारा शहर की लचर यातायात व्यवस्था का समाचार मुहिम चलाकर प्रकाशित किया गया था। जिसके बाद तत्कालीन प्रभारी का स्थानांतरण अन्यत्र कर यातायात की कमान सूबेदार अभिनव राय को सौंपी गई थी कुछ समय तक तो शहर की यातायात व्यवस्था ठीक रही किंतु बताया जाता है कि साल भर भी नहीं बीते और नए साहब को भी शहडोल की हवा लग गई, और यातायात विभाग की कार्यवाही मानो रेत के वाहनों तक सिमट के रह गई मामले में आश्चर्य वाली बात तो यह है कि शहर में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि यातायात अमला सिर्फ रेत के वाहनों तक सिमट कर रह गया है और प्रभारी को रेस के वाहनों के अलावा और किसी की चिंता ही नहीं है किंतु आज भी शोभायात्रा के दौरान पुराने कलेक्ट्रेट के समीप हैवी ट्रफिक के दौरान रेत की डग्गी ओर शोभायात्रा का सामना हो ही गया । चर्चाओं की माने तो रेत के वाहनों में कार्यवाही सिर्फ उन पर दबाव बनाकर महीना बांधने तक ही सीमित है एक बार महीना बंध गया तो फिर क्या आल इस वेल ....।
इनका कहना है
जानकारी आपके माध्यम से संज्ञान में आई है डिटेल मुझे व्हाट्सएप करें मैं कार्यवाही करता हूं।
प्रवीण कुमार भूरिया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, शहडोल
यह गंभीरता से जांच का विषय है भगवान परशुराम की कृपा से कोई अपनी घटना को नहीं घटी किंतु यातायात विभाग की लापरवाही साफ तौर पर उजागर हो रही है वरिष्ठ अधिकारियों को इस पर संज्ञान लेकर लापरवाही के लिए उत्तरदायी व्यक्ति पर कार्यवाही करनी चाहिए।
नरेंद्र दुबे
संभागीय अध्यक्ष, ब्राह्मण समाज शहडोल
विगत 9 वर्षों से शोभा यात्रा ऐसे ही निकाली जा रही है आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ दिन के समय भारी वाहनों एवं ज्वलनशील पदार्थ का परिवहन करते वाहनों का शहर में प्रवेश पूर्णता निषेध होना चाहिए ऐसे में इतनी बड़ी लापरवाही प्रशासन की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा करने का कार्य कर रही है पुलिस अधीक्षक महोदय को मामले में जिम्मेदार पर कार्यवाही करनी चाहिए ।
अनिल तिवारी
वरिष्ठ पत्रकार एवं कार्यकर्ता ब्राह्मण समाज





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