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कोबरा लाइव : देख लो कमलनाथ सरकार ऐसे में कैसे होंगे सपने साकार...




सीएम कमलनाथ के पहले प्रयास पर जिला प्रशासन की लेटलतीफी का ठप्पा....!

भागते हुए सामाजिक न्याय विभाग के जिम्मेदार...
अन्य अधिकारियों का इंतजार करता अमला


बस में सवार होते जिला प्रशासन के अधिकारी



शहडोल (कोबरा) : कई बरसों के बाद एक बार फिर प्रदेश की जनता ने जब कांग्रेश पर भरोसा जताया तो प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जनता द्वारा जताए गए भरोसे को सकारात्मक रूप देते हुए मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार "आप की सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम का आयोजन कर अपने वादों पर खरा उतरने का प्रयास किया किंतु यह प्रयास शहडोल जिले में महज खानापूर्ति ही नजर तब आई जब जिला प्रशासन के कई अधिकारी प्रदेश सरकार द्वारा तय दिए गए समय में न पहुंच कर पहले ही दिन देरी से पहुंचे जिससे कार्यक्रम विलंभ हुआ । कथित अधिकारियों की उक्त लापरवाही जिला प्रशासन के सुस्त रवैये का परिचायक साबित हो रही है।

कैमरे में कैद हुई लेट लतीफी....
विदित है कि बीते 2 दिनों से जिले के मुखिया कलेक्टर ललित दाहिमा की तबीयत बिगड़ी हुई बताई जा रही है। जिसका फायदा उठाने में जिला प्रशासन के कई अधिकारियों ने कोई कमी नहीं छोड़ी... और फिर क्या प्रदेश के मुखिया के पहले ऐतिहासिक प्रयास पर पहले ही दिन कथित अधिकारियों द्वारा लेटलतीफी का पानी फेर दिया गया। शिविर के लिए रवाना हो रहे जिला प्रशासन के अधिकारियों का कवरेज करने के लिए जब हमारी टीम सुबह 8:50 पर कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची तो कलेक्ट्रेट परिसर में एसडीएम सोहागपुर सुरेश अग्रवाल वा जनसंपर्क विभाग के संयुक्त संचालक श्री मसकोले ही नजर आए ।

फिसलता रहा वक्त आते रहे अधिकारी...
घड़ी की सुईयां 9:00 पर आकर अटकी तो परिसर में गिने-चुने अधिकारी ही नजर आए जैसे जैसे समय चलता रहा था एक-एक कर अधिकारी कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंच रहे थे । आपको बता दें कि हम किसी दफ्तर में पदस्थ बाबू की लेटलतीफी की चर्चा नहीं कर रहे हैं हम जिले के विभिन्न विभागों के कर्ता-धर्ता अधिकारियों की कहानी कोबरा की जुबानी सुना रहे हैं। जिला स्वास्थ्य महकमे के कर्ता-धर्ता डॉ राजेश पांडे भी इस लेटलतीफी से अछूते नहीं रहे मामला यहीं खत्म नहीं हुआ बस कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर निकलने के बाद तो सामाजिक न्याय विभाग के जिम्मेदार संतोश चौधरी ने आनन-फानन में अपना वाहन पार्किंग में खड़ा कर बस के पीछे दौड़ लगा दी और कथित अधिकारी के इंतजार में बस जय स्तंभ मुख्य मार्ग में यातायात व्यवस्था का बाधक बनी।
नजर नही आये कुछ अधिकारी...
लेटलतीफी तक तो मामला फिर भी ठीक ही था। किंतु कुछ अधिकारी तो कलेक्टर के आदेश के बाद भी बस रवाना स्थल पर नजर नहीं आए चर्चा थी कि कथित अधिकारी अपने निजी वाहन से शिविर स्थल पर पहुंचेंगे परंतु इस चर्चा पर कितनी सत्यता है इस बात की पुष्टि हम नहीं कर सकते। वंही रवाना स्थल पर जिला परिवहन अधिकारी आशुतोष भदौरिया भी नजर नही आए हालांकि हमारी टीम द्वारा श्री भदौरिया से उक्त मामले में जानकारी लेने के लिए दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया गया किंतु
कथित अधिकारी द्वारा मीडिया कर्मी का फोन उठाना भी उचित नहीं समझा गया।

निर्देशो की अवहेलना...
जनसंपर्क विभाग से प्राप्त समाचार एवं कलेक्टर शहडोल के ऑफिस जल सोशल मीडिया पेज से प्राप्त जानकारी के अनुसार कलेक्टर श्री ललित दाहिमा द्वारा तमाम
विभाग के अधिकारियों को कलेक्ट्रेट परिसर में नियत समय पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए थे इसके बावजूद भी निर्देशों की अवहेलना कथित अधिकारियों की मनमानी कही जा सकती है। इस पूरे घटनाक्रम का रोचक तथ्य यह है कि एसडीएम सोहागपुर सुरेश अग्रवाल जिन्हें उक्त आयोजन में शामिल नहीं होना था वे समय सीमा से पहले ही कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच चुके थे साथ ही अपनी निगरानी में तय समय सीमा पर वाहन को रवाना करने के प्रयास में जुटे हुए थे किंतु ......!

( उक्त मामले में जानकारी के लिए जब जिला पंचायत सीईओ से संपर्क साधने का प्रयास किया गया तो किन्ही कारणों से दूरभाष द्वारा संपर्क नहीं हो पाया)

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