अद्भुत प्राकृतिक जल स्रोत, शांति,भगवान का भव्य धाम, और आज विशाल भंडारे का आयोजन
शहडोल (कोबरा) : जिला मुख्यालय से महल 12 किलोमीटर दूर सोहागपुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जरहा में ईश्वर का एक ऐसा चमत्कार है जिसे शायद अब तक कम ही लोग जानते थे । किंतु कुदरत के जिस चमत्कार की बात हम कर रहे हैं वह आज एक भव्य धाम में परिवर्तित हो चुका है जिसे जरहा धाम का नाम दिया गया है इतना ही नहीं स्थानीय लोगों व मंदिर कमेटी के प्रयास से आज मंदिर परिसर में भव्य भंडारे का आयोजन किया जा रहा है प्राकृतिक सौंदर्य के बीच वर्षों से स्थापित शिवलिंग और सूर्य देव के मंदिर ने इस पूरे धाम को आकर्षण का केंद्र बना दिया है जहां आप दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं ऐसा माना जा रहा है कि कल होने जा रहे भंडारे के बाद तो यह मंदिर शहडोल नगर ही नहीं तीनों जिलों के लिए श्रद्धा का केंद्र बन जाएगा।
जरहा धाम, यह कैसा चमत्कार
ग्राम जरहा में कैसी भी विपत्ति आए चाहे सूखा ही क्यों ना पढ़े किंतु वर्षों से स्थापित शिवलिंग से कुछ ही दूरी पर एक ऐसी अद्भुत जलधारा है जो वहां कहां से प्रकट हुई है इस बात की जानकारी तो किसी को नहीं किंतु इसका जल फव्वारे की तरह वर्ष में 365 दिन निकलता ही रहता है। इस अद्भुत जलधारा प्राकृतिक शिवलिंग और मन की शांति को देखते हुए हैं परिसर में सूर्य मंदिर की स्थापना भी की गई है। अद्भुत बात तो यह है कि भीषण गर्मी में जब शहडोल की जीवनदायिनी नदी सोन का पानी भी सूख जाता है तब भी प्राकृतिक जलाशय के जलस्तर में कोई कमी नहीं आती।
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