Ticker

6/recent/ticker-posts

तो क्या...? अंधेरे बस्ते के हवाले कर दिया गया अंधेरे में कार्यवाही का मामला



आधी रात, सिविल ड्रेस , वरिष्ठ अधिकारी की कार्यवाही, कार्यप्रवाही पर लगा प्रश्नचिह्न...

कलमकारों ने घिसी कलम, हर अखबार में बटोरी सुर्खियां, फिर भी मामला ठंडे बस्ते में......




पैर से बोर्ड तोड़ते हुए...


इंट्रो : यातायात व्यवस्था बाधित ना हो इसके लिए सड़क या सड़क के किनारे लगे होर्डिंग या बोर्ड पुलिस द्वारा हटवाना बिल्कुल गलत नही है किंतु ऐसा ही एक मामला लगभग सप्ताह भर से जिले ही नहीं संभाग भर में सुर्खियां बटोर रहा है जिसने कथित पुलिस अधिकारी की कार्यप्रणाली को कटघरे में ला खड़ा किया है, घटना मीडिया और सोशल मीडिया में जमकर सुर्खियां बटोर रही है फिर भी प्रतीत होता है कि उक्त मामले को समय के साथ ठंडे बस्ते के हवाले करने का प्रयास किया जा रहा है देखना यह होगा कि मामले की जांच होती है या विभाग अपने विभाग के अधिकारी के पक्ष में नजर आता है


शहडोल । आपने पुलिस को मुस्तैदी से काम
करते देखा और सुना होगा लेकिन हम आपको शहडोल में दिखाते है । ट्रैफिक डीसीपी अखिलेश तिवारी की काम के प्रति ईमानदारी,और कर्मप्रणायता जो रात के अंधेरे में चोरी छुपे, सिविल ड्रेस में दुकान सामने लगे फ्लैक्स को बड़े जद्दोजहद के बाद स्वयं मेहनत कर उखाड़ फेकते सीसीटीव्ही कैमरे में कैद हो गए ,  उनके इस मुस्तैदी से काम सोसल मीडिय में जमकर सुर्खिया बटोर रही है ।

यह है मामला
दरअसल मामला जिला  मुख्यालय के हृदय स्थल गांधी चौराहे स्थित हैंडलूम दुकान का है।  जहां संचालक द्वारा दीपावली के पर्व पर दुकान के सामने  विज्ञापन बोर्ड लगाया था ।  जिसे ट्रैफिक डीएसपी ने हटाने के लिए कई बार हिदायत दी थी , नही हटाने पर  डीएसपी को यह नागवारा गुजरा , और द्वेशपूर्ण भावना से रात के अंधेरे चोरी छुपे फ्लैक्स बोर्ड तोड़कर फेक दिया इस बात से अंजान की उनकी यह करतूत कैमरे में कैद हो रही , उनकी इस हरकत से नाराज दुकान मालिक ने मामले की शिकायत एसपी शहडोल से करते हुए न्याय की गुहार लगा रहा ।

यह कैसी कार्यवाही
जिला मुख्यालय के ह्रदय स्थल गांधी चौराहे स्थित जिला कांग्रेश कमेटी महामंत्री मनोज गुप्ता की एक दुकान किराये से केशव कुंज हैंडलूम के नाम से संचालित है ।  दीपावली के उपलक्ष्य में दुकान के बाहर प्रचार का एक फ्लैक्स बोर्ड लगा था , जिसे हटाने के लिए ट्रैफिक डीएसपी अखिलेश तिवारी के बार हिदायत दथी , नही हटाने अपर नाराज डीएसपी ने रात के अंधेरे में 3 बजे अपने दल बल के साथ पहुचकर चोरी छुपे फ्लैक्स बोर्ड को उखाड़कर फेक दिया , लेकिन वे इस बात से अनजान थे कि उनकी यह करतूत दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई । जो अब सोसल मीडिया में सुर्खियों पर है ।


पुलिस से पुलिस की हुई शिकायत
डीएसपी साहब की इस करतूत से दुकान मालिक मनोज गुप्ता काफी नाराज है । उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि द्वेषपूर्ण भावना से डीएसपी ने इस तरह की हरकत रात के अंधेरे में कई है ,यही काम दिन में भी कर सकते थे, इस कृत्य को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए डीएसपी के करतूत की सीसीटीवी फुटेज लेकर मामले की शिकायत एसपी अनिल सिंह कुशवाह के साथ साथ आईजी से भी की है ।

सिर्फ एक ही बोर्ड पर पड़ी नजर...
यदि गौर से देखा जाय तो जिला मुख्यालय में कई ऐसे फ्लैक्स बोर्ड लगे है , जिन्हें बड़ी मुस्तैदी से डीएसपी साहब को हटवाने का कार्य करना चाहिए , लेकिन उन पर उनकी तीक्ष्ण नजर नही पड़ पाई है । वही जिस स्थल से रात के अंधेरे में फ्लैक्स बोर्ड उखाड़ने के लिए डीएसपी साहब को खुद चलकर आना पड़ा उससे महज कुछ ही  मीटर की दूरी पर एक नही बल्कि कई फ्लैक्स बोर्ड लगे है । जिन्हें उखाड़ फेखने की उन्होंने जहमत तक नही उठाई , यह कही और इशारा करता है ।

साहब एक नजर इधर भी....
ठीक है यातायात बाधित हो रहा था समझा इसके बाद भी वोट नहीं हटाया गया साहब ने कार्यवाही कर दी, लेकिन मामला तो यह भी है कि शहर में लगभग डेढ़ सैकड़ा सीसीटीवी कैमरे हाईटेक कंट्रोल रूम होने के बाद भी बीते 1 माह से धड़ल्ले से रेत के लदे वाहन सड़क पर दौड़ रहे हैं जिन पर कार्यवाही के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है एक मामला जो कुछ दिनों पहले स्थानीय समाचार पत्र के माध्यम से संज्ञान में आया था जब यातायात प्रभारी द्वारा रेत से लदे एक वाहन को रुकवाया गया और उसकी सिफारिश साहब ने कर डाली हालांकि मामले ने भी वक्त के साथ दब गया किंतु ऐसे ही कुछ और भी अनसुलझे प्रश्न है जैसे कि कौन है गोयल जो बन चुका है ओवरलोड बलकरो का मैनेजमेंट किंग, रेत माफिया क्यों मैनेजमेंट के नाम पर 3000 महीने का ढिंढोरा पीटते हैं, ऐसे ही कुछ और भी प्रश्न है जिनका जवाब लेकर हम जल्द ही  आपके पास हाजिर होंगे।


इनका कहना है 
 पुलिस 24 घंटे काम करती है । बार बार हिदायत देने के बाबजूद वो बोर्ड नही हटा रहे थे ,जिससे आए दिन दुर्घटनाए होती थी,  हम तो उनके नुकसान की भरपाई करने को भी तैयार है।






अखिलेश तिवारी 
डीएसपी ट्रैफिक शहडोल



To be continued.....

Post a Comment

0 Comments