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एक्सपोज: सटोरियों का गढ़ बनी धनपुरी, कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति
अवैध कारोबार के गढ़ धनपुरी में श्रम वीरों के खून पसीने की कमाई पर सट्टा माफिया डाका डाल रहे हैं और माफियाओं पर अंकुश लगाने के सीएम कमलनाथ के निर्देश सिर्फ कोरम पूर्ति तक ही सीमित रह गए हैं। इसका जीवंत उदाहरण कोयलांचल की धनपुरी नगरी है। जहां श्रमवीरों के गाढ़ी कमाई को सट्टा माफिया लूट रहे हैं। और जिम्मेदार आल इज वेल-आल इज वेल का नगाड़ा पीट रहे हैं।
शहडोल (कोबरा) : सीएम कमलनाथ के निर्देश मानो जिले की कोयलाचल नगरी तक पहुंचे ही नहीं। यही कारण है कि रविवार और सोमवार के दिन जब हमारी टीम कोयलांचल नगरी पहुंची तो बहुचर्चित अपराध के ग्राउण्ड टेस्ट में अपराध मुक्त धनपुरी का दावा फेेल हो गया। लगातार दो दिनों तक धनपुरी नगर के विभिन्न मोहल्लों में दल ने दस्तक तो कहीं नशीली दवाओं के डिस्पोजल, कोरेक्स की सीसियां मिलीं तो कहीं पान गुमटियों में 80 की लालच में टोपी और बत्ती लगाए श्रमवीर अपने हजारों रुपए फूंकते नजर आए। इसके अलावा ऐसा कोई अवैध कार्य नहीं जिससे धनपुरी नगरी अछूती हो फिर भी जिम्मेदारों का आल इज वेल का नगाड़ा पीटना कहां तक सही है यह हमारे सट्टा पट्टी जैसे अपराध के सर्वे से स्पष्ट होता है।
ग्राउंड रिपोर्ट मेंं फ़ैल धनपुरी...
अवैध कारोबार के गढ़ धनपुरी में श्रम वीरों के खून पसीने की कमाई पर सट्टा माफिया डाका डाल रहे हैं और माफियाओं पर अंकुश लगाने के सीएम कमलनाथ के निर्देश सिर्फ कोरम पूर्ति तक ही सीमित रह गए हैं। इसका जीवंत उदाहरण कोयलांचल की धनपुरी नगरी है। जहां श्रमवीरों के गाढ़ी कमाई को सट्टा माफिया लूट रहे हैं। और जिम्मेदार आल इज वेल-आल इज वेल का नगाड़ा पीट रहे हैं।
शहडोल (कोबरा) : सीएम कमलनाथ के निर्देश मानो जिले की कोयलाचल नगरी तक पहुंचे ही नहीं। यही कारण है कि रविवार और सोमवार के दिन जब हमारी टीम कोयलांचल नगरी पहुंची तो बहुचर्चित अपराध के ग्राउण्ड टेस्ट में अपराध मुक्त धनपुरी का दावा फेेल हो गया। लगातार दो दिनों तक धनपुरी नगर के विभिन्न मोहल्लों में दल ने दस्तक तो कहीं नशीली दवाओं के डिस्पोजल, कोरेक्स की सीसियां मिलीं तो कहीं पान गुमटियों में 80 की लालच में टोपी और बत्ती लगाए श्रमवीर अपने हजारों रुपए फूंकते नजर आए। इसके अलावा ऐसा कोई अवैध कार्य नहीं जिससे धनपुरी नगरी अछूती हो फिर भी जिम्मेदारों का आल इज वेल का नगाड़ा पीटना कहां तक सही है यह हमारे सट्टा पट्टी जैसे अपराध के सर्वे से स्पष्ट होता है।
ग्राउंड रिपोर्ट मेंं फ़ैल धनपुरी...
काले हीरे के क्षेत्र में धनी धनपुरी सट्टा पट्टी के मामले में भी धनी है। दो बड़े सट्टा माफियाओं ने पूरे क्षेत्र को दो हिस्से मेें बांट दिया है। एक सत्ताधारी दल का बताया गया दूसरा वह माफिया है जिसके जिला बदर की फाइल जिला प्रशासन के कार्यालय में अटकी हुई है। तमाम जानकारियां क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने ही बताया। नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने तो थाना क्षेत्र की हकीकत भी प्याज के छिलकों की तरह उतार कर रख दी। मिठाई की दूकान, पान गुमटी, किराना स्टोर हो या हो पंचर की दूकान हर जगह आसानी से 80 की लालच पर रकम लगाई जा सकती है। यह हमारे सर्वे में स्पष्ट हो गया है।
बड़ी खाई करता है रहमान
आम लोगों एवं युवा वर्ग से जब सटोरिया बनकर हमारी टीम ने चर्चा की तो लगभग 3 दर्जन दूकानों से खाई करने के मामले में 4 नंबर के रहमान का नाम सामने आया। जो कि इमाम बाड़ा के सामने एक गुमटी से उक्त काम को अंजाम देता है। चर्चा तो यह भी रही कि यह वही रहमान है जिसके जिला बदर की फाइल मुख्यालय में गांधी जी के आशीर्वाद से दबी हुई है। बात यहीं खतम नहीं हुई लोगों ने तो यह भी बताया कि रहमान के डेरे पर खाकी की निरंतर चहलकदमी बनी रहती है। इसके अलावा कच्छी मोहल्ला का शकील रिजनल के पास दुर्गा और बाजार रंगमंच के पास मनीष बंधुओं के मकडज़ाल की भी चर्चा रही।
तीन नंबर में किसका चलता है राज
स्थानीय लोगों की माने तो तारों का मकडज़ाल की आड़ में खादी पहने एक नेता लगभग आधा सैकड़ा दूकानों में पट्टी कटवाता है। हालांकि इसका ठीकरा हमेशा मिठाई वाले के सिर पर ही फूटता है, लेकिन कानून की पहुंच से दोनो ही बाहर हैं। रहमान के बाद अगर कोई बड़ा माफिया है तो वह यही है। जिसकी जानकारी नगर के बच्चे बच्चे को है। किंतु स्थानीय जिम्मेदार इन पर इस कदर मेहरबान हैं कि समय समय पर साथ की शाही दावत का लुत्फ उठाने का मौका नहीं छोड़ते।
यंहा ठीहों में कटती हैं पर्चियां
धनपुरी थाना क्षेत्र के अंदर वैसे तो एक सैकड़ा से अधिक पर्चियां कटतीं हैं, जिनकों लिख पाना काफी मुश्किल है किंतु प्रमुख ठीहों की बात करें तो वार्ड नंबर 19 में अंकित, मेन चौराहे पर अंकित पनवडिय़ा, कच्छी मेाहल्ले मेंं तीन अलग अलग लोग, चार नंबर में रहमान के प्रमुख ठीहों के अलावा लगभग आधा दर्जन अन्य स्थान, अमराडण्डी, उसलापुर, चीप हाउस, आलम गंज, रेलवे कालोनी, छोटी अमलाई आदि क्षेत्रों में लगभग आधा सैकड़ा स्थानों पर पट्टियां कथित नेता के इशारे में कटतीं हैं।
जुगाड़ के मकड़जाल की चर्चा...
जनचर्चाओं की माने तो रहमान ने कार्रवाई न करने की एवज में 10 हजार रुपए साप्ताहिक की सेटिंग थाने से बना रखी है।इसके अलावा निचले लेबल के मैनेजमेंट भी रहमान को ही करना होता है। रही बात बेगारी की तो वह तो देनी ही पड़ती है। मामला यहीं खतम नहीं होता इसके अलावा कोरम पूर्ति के लिए समय समय पर अपने गुर्गों पर केस बनवाने की जिम्मेदारी भी कथित सटोरिये की रहती है ताकि साहब की वर्दी पर दाग न लगे। लगभग इससे दुगने पर धनपुरी के नेता जी से मैनेजमेंट की चर्चा भी आम है हालांकि खादी पहनने का फायदा यह भी है कि बेगारी की गाज से नेता जी अछूते रहते हैं।
इनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह....
काफी लंबे समय से धनपुरी थाने में पदस्थ थाना प्रभारी सुदीप सोनी की कार्यशैली पर प्रश्र उठने लगे हैं। चाहे सट्टा हो कोयला हो या फिर बात की जाए नशे के गढ़ बन चुकी धनपुरी की चर्चा सदैव सोशल मीडिया में बनी रहती है। बेखौफ सट्टा, ड्रग, कोल माफिया धड़ल्ले से अपने कार्यों को संचालित करते हैं। जो साहब की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह का कार्य कर रही है। सूत्रों की माने तो हर अवैध कारोबार में साहब ने अपना मैनेजमेंट का सिस्टम फिट किया हुआ है यही कारण है कि कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कोरम पूर्ति की जाती है।
इनका कहना है
हमारे द्वारा समय समय पर जानकारी मिलने पर कार्रवाई की जाती है, जानकारी पुन: आपके माध्यम से संज्ञान में आई है, कार्रवाई की जाएगी।
सुदीप सोनी
थाना प्रभारी, धनपुरी
जानकारी आप मुझे फारवर्ड करें मै स्वयं कार्यवाई करवाता हूं।
भरत दुबे
एसडीओपी, धनपुरी
बड़ी खाई करता है रहमान
आम लोगों एवं युवा वर्ग से जब सटोरिया बनकर हमारी टीम ने चर्चा की तो लगभग 3 दर्जन दूकानों से खाई करने के मामले में 4 नंबर के रहमान का नाम सामने आया। जो कि इमाम बाड़ा के सामने एक गुमटी से उक्त काम को अंजाम देता है। चर्चा तो यह भी रही कि यह वही रहमान है जिसके जिला बदर की फाइल मुख्यालय में गांधी जी के आशीर्वाद से दबी हुई है। बात यहीं खतम नहीं हुई लोगों ने तो यह भी बताया कि रहमान के डेरे पर खाकी की निरंतर चहलकदमी बनी रहती है। इसके अलावा कच्छी मोहल्ला का शकील रिजनल के पास दुर्गा और बाजार रंगमंच के पास मनीष बंधुओं के मकडज़ाल की भी चर्चा रही।
तीन नंबर में किसका चलता है राज
स्थानीय लोगों की माने तो तारों का मकडज़ाल की आड़ में खादी पहने एक नेता लगभग आधा सैकड़ा दूकानों में पट्टी कटवाता है। हालांकि इसका ठीकरा हमेशा मिठाई वाले के सिर पर ही फूटता है, लेकिन कानून की पहुंच से दोनो ही बाहर हैं। रहमान के बाद अगर कोई बड़ा माफिया है तो वह यही है। जिसकी जानकारी नगर के बच्चे बच्चे को है। किंतु स्थानीय जिम्मेदार इन पर इस कदर मेहरबान हैं कि समय समय पर साथ की शाही दावत का लुत्फ उठाने का मौका नहीं छोड़ते।
यंहा ठीहों में कटती हैं पर्चियां
धनपुरी थाना क्षेत्र के अंदर वैसे तो एक सैकड़ा से अधिक पर्चियां कटतीं हैं, जिनकों लिख पाना काफी मुश्किल है किंतु प्रमुख ठीहों की बात करें तो वार्ड नंबर 19 में अंकित, मेन चौराहे पर अंकित पनवडिय़ा, कच्छी मेाहल्ले मेंं तीन अलग अलग लोग, चार नंबर में रहमान के प्रमुख ठीहों के अलावा लगभग आधा दर्जन अन्य स्थान, अमराडण्डी, उसलापुर, चीप हाउस, आलम गंज, रेलवे कालोनी, छोटी अमलाई आदि क्षेत्रों में लगभग आधा सैकड़ा स्थानों पर पट्टियां कथित नेता के इशारे में कटतीं हैं।
जुगाड़ के मकड़जाल की चर्चा...
जनचर्चाओं की माने तो रहमान ने कार्रवाई न करने की एवज में 10 हजार रुपए साप्ताहिक की सेटिंग थाने से बना रखी है।इसके अलावा निचले लेबल के मैनेजमेंट भी रहमान को ही करना होता है। रही बात बेगारी की तो वह तो देनी ही पड़ती है। मामला यहीं खतम नहीं होता इसके अलावा कोरम पूर्ति के लिए समय समय पर अपने गुर्गों पर केस बनवाने की जिम्मेदारी भी कथित सटोरिये की रहती है ताकि साहब की वर्दी पर दाग न लगे। लगभग इससे दुगने पर धनपुरी के नेता जी से मैनेजमेंट की चर्चा भी आम है हालांकि खादी पहनने का फायदा यह भी है कि बेगारी की गाज से नेता जी अछूते रहते हैं।
इनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह....
काफी लंबे समय से धनपुरी थाने में पदस्थ थाना प्रभारी सुदीप सोनी की कार्यशैली पर प्रश्र उठने लगे हैं। चाहे सट्टा हो कोयला हो या फिर बात की जाए नशे के गढ़ बन चुकी धनपुरी की चर्चा सदैव सोशल मीडिया में बनी रहती है। बेखौफ सट्टा, ड्रग, कोल माफिया धड़ल्ले से अपने कार्यों को संचालित करते हैं। जो साहब की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह का कार्य कर रही है। सूत्रों की माने तो हर अवैध कारोबार में साहब ने अपना मैनेजमेंट का सिस्टम फिट किया हुआ है यही कारण है कि कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कोरम पूर्ति की जाती है।
इनका कहना है
हमारे द्वारा समय समय पर जानकारी मिलने पर कार्रवाई की जाती है, जानकारी पुन: आपके माध्यम से संज्ञान में आई है, कार्रवाई की जाएगी।
सुदीप सोनी
थाना प्रभारी, धनपुरी
जानकारी आप मुझे फारवर्ड करें मै स्वयं कार्यवाई करवाता हूं।
भरत दुबे
एसडीओपी, धनपुरी
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