माइक और अल्फा की दुहाई देने वाले कोयला चोर को प्रभारी ने दिखाई उसकी औकात.....!
इंट्रो : ऊंची दुकान फीका पकवान की कहावत शहडोल में तब चरितार्थ हुई जब बड़े-बड़े अधिकारियों का हाथ अपने सर पर बताने वाला कोयला चोर का कोयला और वाहन जप्त हो कर थाना पहुंच गया हालांकि स्थानीय लोगो के साथ मिलकर कथित कोयला चोर अभी भी अपना नाम जुदा करने के प्रयास में लगा हुआ है।
शहडोल(कोबरा): रविवार की सुबह बूढ़ार पुलिस को माफिया के खिलाफ चलाई जा रही कार्यवाहियों में बड़ी सफलता मिली है, पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह कुशवाहा के निर्देशन में हो रही कार्रवाईयों में एक और बड़ी कड़ी जुड़ गई है, बुढ़ार पुलिस ने आज सुबह करीब 7:30 बजे के आसपास बुढ़ार के सर्किट हाउस चौराहे के समीप एक बाड़े में जिसका मालिक बद्री पांडे बताया जा रहा है अवैध रूप से रखा गया कोयला ट्रक में लोड करते समय जब्त किया है।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान सहित थाने के लगभग स्टाफ मौजूद थे, थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान ने इस संदर्भ में बताया कि सुबह 7:00 बजे के आसपास मुखबिर से सूचना लगी की एलआईसी, सर्किट हाउस के पास अवैध रूप से रखा गया है, लगभग 25 टन कोयला रखा गया था, जो एक ट्रक में जेसीबी से लोड किया जा रहा था, जिसे कोल माफिया बाहर बेचने की फिराक में थे, इसी दौरान पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसने छापामार कार्यवाही की ।
साथ ही इसे थाने लाया गया है पुलिस सूत्रों के अनुसार जो ट्रक जप्त गई है वह बुढ़ार के किसी रिंकू गुप्ता की बताई गई है,ट्रक चालक सोनू सिंह पिता अर्जुन सिंह उम्र 28 वर्ष निवासी चांदपुर थाना पाली जिला उमरिया हाल निवास पांडव नगर शहडोल बताया गया है, ट्रक क्रमांक एमपी 33h 0 841 रिंकू गुप्ता की है, वही जो जेसीबी अवैध कोयले को लोड कर रही थी, उसका क्रमांक mp18DA 0545 बताया गया है, जिसे विजय सिंह पिता प्रेम सिंह उम्र 29 वर्ष निवासी थाना जिला सतना बताया गया है , फिलहाल पुलिस ने जेसीबी और ट्रक को थाने लाया गया है और उस पर कार्यवाही की जा रही है, पुलिस द्वारा लगातार दूसरी बड़ी कार्यवाही अवैध माफिया के खिलाफ की गई है, पुलिस अधीक्षक अनिल कुशवाहा के नेतृत्व में कोयला माफिया और भू माफिया के खिलाफ लगातार की जा रही है, जिससे क्षेत्र के माफिया में हड़कंप की स्थिति निर्मित हुई है।
इधर सोहागपुर में भी हलचल....
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक ओर जहां पुलिस को बड़ी सफलता मिली वंही कुछ गाड़िया जो पहले से कोयला लोड कर वंहा से निकल चुकी थी उन पर सोहागपुर थाना प्रभारी ने शिकंजा कसते हुए वाहन को जब्त किया जिस पर लिखा- पढ़ी जारी है। हालांकि इस संबंध में पुष्टि करने के लिए थाना प्रभारी को फोन लगाया गया किंतु उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा वही अपुष्ट सूत्रों की माने तो उक्त मामले में स्थानीय पुलिस लीपापोती करने में जुटी हुई है इसीलिए किसी प्रकार की कोई जानकारी पत्रकारों को नहीं दी जा रही है और फिर लिखा पढ़ी का हवाला देकर बात को रफा-दफा किया जा रहा है ।
इसका नाम तो आपने सुना ही होगा..!
बताया जा रहा है कि उक्त कोयला और वाहन जहां से जप्त किया गया है वह बदरी पांडे का क्षेत्र है... जिसकी पुष्टि स्वयं थाना प्रभारी ने की है। सूत्रों की माने तो बदरी लंबे समय से कोयले के कारोबार में संलिप्त है जो धनपुरी, अमलाई में कई जगह प्लाट लगाकर चोरी का कोयला खरीदता है जिसे बाद में कई गुना अधिक दाम पर बेच दिया जाता है यही नही सेटिंग का जाल बिछा कर ट्रक का ट्रक कोयला भी तस्करों द्वारा निकलवाया जाता है जिसे भी बदरी का संरक्षण प्राप्त है । हालांकि एक लंबे अरसे से बदरी के नाम के पीछे कबाड़ी और स्क्रैप माफिया जैसे नाम जुड़े हुए हैं। आंकड़ो की यदि माने तो रात भर अपनी इनोवा लगा कर श्रीवास्त मोड़ में पहरे दारी करने वाला बदरी प्रति रात लगभग बीस से पचीस लाख का कोयला बेचता है।
धरी की धरी रह गई ऊंची पहुंच...
कभी खुद को पूर्व अल्फा का खास बताने वाला बदरी बीते कुछ समय से खुद को माइक 1 का राइट हैंड बता रहा था किंतु उक्त कार्यवाही से एक बात तो स्पष्ट हो गई कि कानून और अधिकारियों के लिए सारे अपराधी एक समान होते हैं। हालांकि चर्चा तो यह भी है कि कलम और चाटुकारो के नाम की धौस दिखा कर अपने क्षेत्र में लूट मचा रखी थी। किंतु अब कलई खुलने लगी है कि कोयला चोर बदरी सिर्फ अपने मुंह मिया मिट्ठू बन रहा था । हालांकि जुगाड़ जमाने भैया मुख्यालय पहुंच चुके हैं और इनोवा दफ्तर दफ्तर सकून तलाश रहे है और किसके साथ तलाश रहे यह अभी भी राज है। जिसका पर्दा फास जल्द ही होगा ।
इनका कहना है
जानकारी मिलने पर एलआईसी तिराहा के पास पवन धर्म कांटा जिसका संचालक बद्री है पर रेड डाली गई थी।मौके से लोड करते हुए वाहन जब्त किए गए हैं
महेंद्र सिंह चौहान
थाना प्रभारी बुढ़ार
आगे पढ़ें...
1 : चोर- चोर मौसेरे भाई मिलकर लगा रहे दफ्तरों के चक्कर.....!
2: पहचानिये इस कबाडी अब बना पंजीबद्ध तस्कर...खुली किताब हुई हकीकत



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