मामला जिला चिकित्सालय शहडोल में एक्सपायरी डेट दवाइयों के वितरण का।
शहडोल(कोबरा): शहडोल का जिला चिकित्सालय जो अपनी लापरवाही को लेकर पूरे प्रदेश में अपनी अलग पहचान रखता है गुरुवार की देर रात फिर एक बार अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती गंभीर रूप से बीमार मरीजों को एक्सपायरी डेट की दवाई बांट दी गई तो परिजनों ने प्रबंधन की लापरवाही पर उंगली उठाना शुरू कर दिया। देखते ही देखते कई मरीजों के परिजन जिला चिकित्सालय में एकत्रित हो गए। मामले की जानकारी जब पुलिस को लगी तो कोतवाली पुलिस का एक दल भी मौके पर पहुंच गया।
नहीं पहुंचा कोई जिम्मेदार
घंटों तक अस्पताल परिसर में गहन चिकित्सा इकाई के सामने गहमागहमी की हालात निर्मित रही, फिर भी अस्पताल प्रबंधन का कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले की जानकारी दूरभाष से सिविल सर्जन एवं मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को भी दी गई किंतु उसके बाद भी जिम्मेदारों ने मौके पर पहुंचने की जहमत नहीं उठाई।
हाल में ही पहुंचे थे स्वास्थ्य मंत्री..
हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट दल बल के साथ जिला चिकित्सालय में मासूमों की मौत के मामले में जांच करने पहुंचे थे। किंतु इसके बाद भी अस्पताल की जीर्ण शीर्ण हालात की सिलावट नही हो पाई और गुरुवार की रात आईसीयू के मरीजों को एक्सपायरी दवाई बांट दी गई।
डॉक्टर और नर्स ने स्वीकारी हकीकत
उक्त मामले में जब ड्यूटी डॉक्टर श्री टांडिया और आईसीयू वार्ड की स्टाफ नर्स से एक्सपायरी डेट की दवाई के वितरण के संबंध में पूछताछ की गई तो उन्होंने गलती से एक्सपायरी डेट की दवाई वितरण होने की बात स्वीकार ली। डॉक्टर व स्टाफ नर्स का कबूलनामा का वीडियो फुटेज अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर कर रहा है।
इनका कहना है
मरीजों को एक्सपायरी डेट की दवाइयां दी गई है पर मरीजों को अभी किसी प्रकार का खतरा नहीं है। शायद दवाइयां डिस्पोज करने के लिए रखी गई थी और गलती से वितरण कर दी गई।
डॉक्टर रंगेश टांडिया
ड्यूटी डॉक्टर जिलाचिकित्सालय, शहडोल
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