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जैतहरी नगर परिषद अध्यक्ष ने छेड़ी अवैध कारोबार के खिलाफ मुहिम



अवैध शराब बिक्री व मनमाने रेट पर रेत विक्रय पर कलेक्टर से की शिकायत



इंट्रो : नगर परिषद जैतहरी की अध्यक्ष श्रीमती नवरत्नी शुक्ला द्वारा नगर परिषद क्षेत्र में पनप रहे अवैध कारोबार को लेकर कलेक्टर से लिखित शिकायत की गई। अध्यक्ष श्रीमती  शुक्ला द्वारा एक बार फिर जनता के प्रति अपनी निष्ठा व समर्पण भाव को प्रकट करते हुए जनता के हित में क्षेत्र का मामला जिले के कलेक्टर तक पहुंचाया गया गली-गली बिक रही अवैध शराब व अधिक मूल्य में बिक रही रेत को लेकर कलेक्टर से की कार्यवाही की मांग।

अनूपपुर : जैतहरी नगर परिषद की अध्यक्ष ने अपने क्षेत्र की जनता की भलाई व समस्याओं को देखते हुए कलेक्टर अनूपपुर  चंद्रमोहन ठाकुर को ज्ञापन सौंपते हुए कार्यवाही की मांग की शहर में चल रही गली गली पकारी व शासकीय शराब दुकान पर बिना रेट निर्धारण के प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर बिक रही शराब को लेकर लिखित शिकायत कलेक्टर से करते हुए जल्द से जल्द निराकरण की मांग की साथ ही शिकायत पत्र में यह बताया कि शराब दुकान में रेट सूची चस्पा नहीं की गई है मनमाने रेट पर शराब बिक्री की जा रही है वहीं अगर बात रेत की की जाए तो शिकायत पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि शासकीय कार्य आवास योजना के कार्य रेत की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर प्रभावित हो रहे हैं साथी कलेक्टर अनूपपुर से मांग की है कि आवंटित रेत खदानों में रेत की कीमत निर्धारित की जाए ताकि आम आदमी को कम कीमत या यूं कहा जाए की वाजिब कीमत पर रेत मिल सके। इसके अलावा शराब दुकान के खुलने एवं बंद होने का समय निश्चित ना होने की वजह से आसपास के लोगों को शराबियों की वजह से दिक्कत होती है देर रात तक खुली दुकानों की वजह से दुकान के इर्द-गिर्द शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है।
ठेकेदार दिखाता है बंदूक
शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया है कि रेत की बढ़ी हुई कीमतों की वजह से नगर परिषद अंतर्गत कई महत्वपूर्ण निर्माण कार्य जो प्रगति रहते हैं एवं शासन की योजना प्रधानमंत्री आवास योजना प्रभावित हो रही है आवास योजना के अपूर्ण आवासों को भी हितग्राहियों द्वारा पूर्ण नहीं किया जा रहा पा रहा है हितग्राहियों को आगामी किस्त भी नहीं मिल पा रही हैं रेत ठेकेदार से रेट पूछने पर ना तो दर बताया जाता है बल्कि रेत ठेकेदार द्वारा अपनी मनमानी करते हुए बंदूक दिखाकर आम लोगों एवं व्यापारी बंधुओं को डराया धमकाया जा रहा है जिसमें नगर के चल रहे विकास निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
यह है शराब की कहानी 
जैतहरी मे जो शराब दुकाने संचालित है उसके ठेकेदार द्वारा ना तो दुकान में किसी प्रकार की रेट सूची लगाई गई है! और ना ही सही रेट में शराब बिक्री की जा रही है जो एक प्रकार से गैरकानूनी माना जाता है  इस विषय में जब आबकारी विभाग से बात करने के लिए संपर्क किया गया तो आबकारी विभाग से कोई भी अधिकारी सही जवाब नहीं दे पाया आबकारी अधिकारियों का बस एक ही जवाब रहता है कि जल्द से जल्द कार्यवाही करते हैं और आज तक किसी भी शराब दुकान में किसी प्रकार की कोई कार्यवाही आबकारी विभाग द्वारा नहीं की गई और ना ही रेट सूची चस्पा कराने के लिए बोला गया इसमें यह साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं शराब माफियाओं और अबकारी विभाग की साठगांठ है! और तो और अवैध शराब की बिक्री के लिए पैकारी बनाई गई है वह स्थान परिवारिक स्थल है अवैध पेकारी के कारण आए दिन शराबियों द्वारा गाली गलौज वह मारपीट की स्थिति निर्मित रहता है जिससे कि वहां निवासरत आम लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और देखने को यह भी मिला कि शराब दुकानों के खुलने और बंद होने का कोई भी समय निर्धारित नहीं है।
यह है रेत का हाल
 चर्चाओं में बने रहते हैं रेत ठेकेदार चाहे वह फिर मनमाना रेट से रेत बेचने का हो या फिर दबंगई बताने का ऐसा ही एक मामला जैतहरी का है जहां पर रेत ठेकेदार द्वारा अपना रेट तय कर कर रेत का बिक्री कर रहे है! एक तरफ कई महत्वपूर्ण निर्माण कार्य प्रगतिरत है एवं शासन की योजना प्रधानमंत्री आवास योजना भी स्वीकृत है पर रेत ना मिलने के कारण एक ओर नगर का विकास प्रभावित हो रहा है एवं आवास योजना के अपूर्ण आवासों को भी हितग्राहियों द्वारा पूर्ण नहीं किया जा पा रहा है जिससे हितग्राहियों को आगामी किस्ते भी नहीं मिल पा रही हैं रेत ठेकेदार से रेट पूछने पर ना तो रेट बताया जाता है बल्कि रेत ठेकेदार द्वारा अपनी मनमर्जी करते हुए बंदूक दिखाकर आम लोगों को व व्यापारी को डराया धमकाया जाता है जिससे नगर में चल रहे विकास निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं पर शासन प्रशासन द्वारा इन पर कार्यवाही के बजाय इन्हें संरक्षण दे रही है।
क्यों प्रशासन नही कर रहा कार्यवाही 
लगातार रेत एवं शराब के खिलाफ मिल रही शिकायतों पर अनूपपुर प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही ना किया जा रहा प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़ा करता है वही अब जनप्रतिनिधि द्वारा लिखित शिकायत भी प्रशासन को सौंप दी गई है क्या इसके बाद भी प्रशासन नहीं जागेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा पर एक बात तो स्पष्ट हो रही है कि रेत माफियाओं के बढ़े हुए मनोबल कहीं ना कहीं प्रशासनिक सांठगांठ को उजागर कर रहे हैं।

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