Ticker

6/recent/ticker-posts

चंगेरा में चरम पर कोयले का अवैध कारोबार,चुप्पी साधे बैठे जिम्मेदार!

चंगेरा में चरम पर कोयले का अवैध कारोबार,चुप्पी साधे बैठे जिम्मेदार



कोयलांचल की काली कमाई में सामने आया गणेश का नाम, सब कुछ जानते हुए जिम्मेदार बने अनजान

शहडोल (कोबरा) : शहडोल संभाग को प्रकृति ने खनिज संपदा के मामले में बहुत ही धनी बनाया है किंतु इस प्राकृतिक संपदा का लाभ शहडोल की आम जनता प्रशासन को ना मिलकर चंद सफेदपोश माफियाओं को मिल रहा है। हम बात कर रहे हैं शहडोल जिले के बुढार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चंगेरा की जहां जमीन के नीचे भारी मात्रा में काला हीरा यानी कोयला दफन है। जहां हाल ही में जिले के खनिज विभाग के अमले ने दबिश देकर संचालित कई अवैध खदानों को बंद कराया था वहां एक बार फिर कम ही समय में खदाने खुल चुकी है और भारी मात्रा में खनिज माफिया काले हीरे का खनन करा रहे हैं। मामला सिर्फ काले हीरे के खनन तक ही सीमित नहीं है अपितु काले हीरे को लेकर आए दिन यहां विवाद भी होते रहते हैं विवादों के बीच एक दूसरे पर असला तानना तो अब यहां सामान्य सी बात हो चुकी है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि प्रतिदिन माफिया अपनेे निजी स्वार्थ के लिए सैकड़ों मजदूरों की जान जोखिम में डालकर कच्ची अवैध खदानों से कोयला खदान कराते हैं फिर भी प्रशासन द्वारा इस संदर्भ में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं आपको बता दें कि पूर्व में कवरेज करने पहुंचे एक पत्रकार पर जब जानलेवा हमला माफिया द्वारा किया गया तो मामला जिलेभर में तूल पकड़ने लगा और पहली बार जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर संचालित खदानों को सील कराया पर दोबारा खदानें खुली या नहीं यह जांचने ना तो पुलिस विभाग के जिम्मेदार पहुंचे ना ही खनिज निरीक्षक।

सफेदपोश माफिया करा रहा खनन
एक लंबे समय से खनिज  के कारोबार में संलिप्त माफिया गणेश सिंह प्रतिदिन लगभग एक दर्जन हथियारबंद लोगों की मौजूदगी में कोयले का खनन कराता है बाकायदा हाईवा में लोड होकर ग्राम चंगेरा से जैतपुर के रास्ते कोयला रीवा इलाहाबाद एवं अन्य स्थानों में भेजा जाता है। कभी जरवाही खदान पर रेप चोरी करवाने वाला रेत चोर,अब रेत ,पत्थर की आड़ में काफी समय से कोयले के अवैध कारोबार का साम्राज्य संचालित कर रहा है जिसकी खबर स्थानीय जिम्मेदारों को बखूबी है किंतु प्रशासन इस पर कार्यवाही से गुरेज करता नजर आता है। इतना ही नहीं कथित माफिया को आप समय-समय पर सरकारी दफ्तरों/पुलिस थानों में दस्तक देते आसानी से देख सकते हैं।
निकलती है कोयले की खेप 
कभी ईट भट्टों में ट्रैक्टर के माध्यम से कोयला सप्लाई कराने वाला कथित माफिया अब भारी वाहनों के माध्यम से कोयला रीवा इलाहाबाद एवं कटनी समेत अन्य स्थानों पर रवाना कर रहा है, स्थानीय लोगों की माने तो रात के अंधेरे में कथित माफिया अपने गुर्गो के साथ चंगेरा पहुंचकर कोयला लोड करवा कर अपनी निगरानी में कभी जैतपुर तो कभी मुख्यालय के रास्ते विभिन्न स्थानों पर रवाना करवाता है। वहीं विभिन्न चौराहों पर कथित माफिया के गुर्गे कोयला लोड वाहन की जानकारी सरगना तक पहुचाते है। ट्रक से लदे वाहनों पर बाकायदा आगे पीछे ग्राम गिरवा,रामपुर,जरवाही के बाइक सवार कई थाना क्षेत्र पार करने तक नजर रखते हैं। सूत्रों की माने तो इन वाहनों की जानकारी माफिया के गुर्गो, माफिया के आका और चंद पुलिस विभाग के जिम्मेदारों को भी होती है फिर भी कार्यवाही अब तक नहीं हुई है।

यंहा भी चल रहा अवैध खनन 
चंगेरा के अलावा बकहो,बकही,साबो,टिकुरी टोला,रामपुर,खांडा समेत अन्य स्थानों पर भी अवैध कोयला खनन का कार्य जोरों पर चलता है प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर अपना जान जोखिम में डालकर इन खदानों में उतरकर कोयला खनन करते हैं। हाल ही में टिकुरी टोला पहुंचकर खनिज विभाग के जिम्मेदारों द्वारा कोयले से लदे वाहन पर कार्यवाही की गई थी। हालांकि इन खदानों पर अलग-अलग माफियाओं का राज चलता है। टिकरी टोला की कमान आशीष संभालता है तो साबो की कमान कलाम को मिली हुई है। कलाम यह नाम अब कोयलांचल जी गलियों में गूंजने लगा है। कलाम अपने भाई के साथ मिलकर कोयले का बड़ा कारोबार बकहो एवं साबो से संचालित करता है जिसकी एक अलग ही कहानी है जो हम जल्द आपको सुनाएंगे। पर आपको यह बता दे की इन सब छुटभैया कोयला चोरो पर राज ओपीएम के एक खनिज माफिया का चलता ही जो लगभग 1 माह से इस काम से परे है पर देखना यह होगा कि काली कमाई का मोह उसे वापस धंधे में खींच कर लाता है या नही ।


Post a Comment

0 Comments