मानसून सत्र पर जोरों पर खनन,निरक्षको की पहुच सिर्फ छुटभैयो तक..!
भंडारण के नाम पर जारी है सुनहरी रेत का काला खेल,सामने आए कई अन्य नाम...
शहडोल(कोबरा) : शहडोल जिले में मानसून सत्र में जोरों पर अवैध खनन है और जिले के जिम्मेदार है कि ऑल इज वेल ऑल इज वेल का ढिंढोरा पीट रहे हैं। इतना ही नहीं बीते दिनों खनिज विभाग के निरीक्षकों ने रेत के इस समुद्र रूपी विशाल कारोबार से मुट्ठी भर रेत जप्त कर अपनी वाहवाही लूटने में कोई कमी नहीं छोड़ी। जबकि मुख्यालय का बच्चा-बच्चा यह बात जानता है कि ग्राम भटगवा, नवागांव ,बोड्डिया और रसपुर में रेत खनन का कार्य अपने चरम पर है। पर मजाल है किसी की कि बिना ठेकेदार के मर्जी के शासकीय तंत्र का एक पत्ता भी उनके क्षेत्र में डोल जाए। खैर इन दिनों ठेकेदार ने परदे के पीछे रहते विभिन्न क्षेत्रों में अपने नए गुर्गे तैयार किए हैं जिन्हें स्थानी माफिया भी कहा जा सकता है आश्चर्य की बात तो यह है कि ग्राम भटगवा के अवैध खनन की जिम्मेदारी जिस माफिया को दी गई है।
प्रशासन से भाव विनोद....
अवैध पत्थर खनन के लिए गोहपारू क्षेत्र में एक अरसे से चर्चित जयसिंह नगर क्षेत्र में आजीविका के लिए जिम्मेदार सिंह साहब इन दिनों अपनी सारी जिम्मेदारियों से विमुख होकर लॉक डाउन का फायदा उठाते हुए ठेकेदार से सांठगांठ कर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से मानो कोई विनोद कर रहे हैं। हालांकि मुख्यालय में यह बात अब पूर्णता आम हो चुकी है कि पर्दे के पीछे से ठेकेदार के सपोर्ट में देर रात भटिगंवा में नदी के सीने पर मशीन का खंजर घोप कर अपनी निजी लालच को पूर्ण कर रहे हैं। अब इसमें मुख्यालय के जिले के आलाकमान की क्या भूमिका है यह तो वे ही जाने पर अवैध खनन पर अंकुश न लगना कंही न कंही प्रशाशन की...........।
कुछ अन्य नाम भी हैं शामिल...
सबसे पहले तो हम आपको बता दें कि हाल ही में सोशल मीडिया में वायरल एक मैसेज में सीधे तौर पर जिले के मुखिया पर रेत माफियाओं अथवा रेत कारोबार से जुड़े होने का आरोप लगा था। तो दूसरी ओर जयसिंह नगर के विभिन्न भंडारण रेत खदानों के इर्द-गिर्द से भाजपा के बागी या यूं कहा जाए कि निष्कासित बहुचर्चित नेता का नाम निकल कर सामने आया है तो वही बोड्डिया में तो बीते 2 वर्षो से लाल साहब का जलजला बरकरार है फिर इससे क्या फर्क पड़ता है कि लाल साहब के जीजा श्री अब गद्दी में है या नहीं। वही बात अगर रसपुर की की जाए तो वहां भाई साहबो का कब्जा अभी भी बरकरार है हालांकि कुछ दिनों पहले वंहा शत्रु का हनन करने वाले अध्यक्ष पति की तूती बोलती थी अब वहां उन्ही के अजीज राजन का राज चल रहा है।
मुख्यालाब की गजब गर्म चर्चाएं..
बीते दिनों कोबरा न्यूज़ टीम द्वारा अवैध खनन करते नदी के घाट पर फसी मशीन को लेकर मुहिम चलाई गई थी। पर अब ऐसा लगता है कि नदी के घाट पर फसी मशीन प्रशासन के गले की फांस बन गई है। मशीन पर कार्यवाही की गुत्थी अभी तक सुलझी नहीं थी की मैनेजमेंट किंग ठेकेदार के बहुचर्चित मैनेजमेंट ब्रोकर चन्दन को साथ काम करने के लिए मुरारी मिल गए तो गजेंद्र की रवानगी के बाद चंदन ने हमबिरादर गजेंद्र को अपने साथ शामिल कर लिया और अब जल्द ही कुछ नए हाइवा,और डग्गी अब चंदन भैया भी दौड़ाएंगे। पर मुख्यालय मैनेजमेंट की गंभीर जिम्मेदारी दारी भी इन्ही के कंधों में है इसी लिएब्ये दफ्तरों के इर्द गिर्द देखे जा सकते है।चर्चा है की टेबल टू टेबल का मैनेजमेंट ये अपने खास निरीक्षक के साथ मिलकर करते हैं। कार्य पूरा खेल कैसे संचालित होता है कैसे रेत के वाहन रात में लोड होते हैं इसकी विस्तृत जानकारी हम आपको अगले अंक में देंगे
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