प्रेम प्रसंग के मामले में साहब ने किया 40 का खेल...
शहडोल (उड़ता तीर ) : अब बोलूंगा तो बोलोगे कि बोलता है पर थोड़ा बोलने और पोल खोलने में कोई हर्ज भी नहीं मुख्यालय से कुछ ही दूर बने देशभक्ति और जन सेवा केंद्र में जन सेवा के नाम पर साहब के पकड़ने छोड़ने का धंदा अब चल निकला है। और रही बात देशभक्ति की तो फरार आरोपी की गाड़ी भी साहब के राज में दौडती है ये बात अलग है उसे कभी कभी खड़ा करा कर बाइज्जत छोड़ भी दिया जाता है । कहते हैं की पैर में मोंच और छोटी सोंच इंसान को आगे नही बढ़ने देती है। माना कि पैर में मोंच है पर सोच तो बड़ी है साहब में तो प्रेम प्रसंग जैसे मामले में 40 हजार का खेल कर डाला,खैर कोरोना की वजह से धंदा थोड़ा मंदा है लेकिन गंदा है पर धंदा है।
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