किस्सा बोतल वालो ने बोतल कम कराने साहब को उतारा बोतल में !
फुनगा चौकी अंतर्गत अवैध शराब के जखीरे की जब्ती के मामले में लक्ष्मी लेकर लक्ष्मी पुत्रों के गुनाहों को गुर्गो के नाम कर देने की चर्चा जम कर आम हो रही है, हालांकि शराब जप्ती के कुछ ही देर बाद हमारे सूत्रों द्वारा ये जानकारी मिली थी कि सेटलमेंट के लिए चर्चित चौकी प्रभारी से मिल कर कथित शराब तस्कर अपना जुगाड़ जमाने मे लगे हुए है,और ब्रेकिंग चला कर बात सामने भी लाई गई थी, पर साहब के बुलंद हौसलों के आगे मीडिया की ब्रेकिंग का एक असर ना हुआ और अंततः आज फुनगा नही मुख्यालय की गली गली में लक्ष्मी पुत्रो और चौकी प्रभारी के बीच लक्ष्मी के लेन देन की चर्चा जम कर गुलजार हो रही है।
शहडोल/ अनूपपुर (कोबरा): बीते दिनों फुनगा पुलिस ने शराब का एक बड़ी खेप मुखबिर की सूचना के आधार पर चेकिंग लगाकर जप्त की,गुरु की गाँजा तस्करी,सेटलमेंट,आपराधिक घटनाओं को लेकर संभाग में चर्चे में रहने वाली फुनगा चौकी पर आम जन का विश्वास एक बार फिर कायम ही हुआ था कि शराब की मात्रा कम दिखाने व ठेकेदार/ वाहन स्वामी के स्थान पर गुर्गो पर मामला दर्ज करने को लेकर सेटलमेंट की चर्चा आम होने लगी,थाने में सक्रिय हमारे सूत्रों ने जानकारी हमें भी तो दूरभाष के माध्यम से हमारी टीम में चौकी प्रभारी हरिशंकर शुक्ला से संपर्क साधने का प्रयास किया पर साहब इस कदर व्यस्त है कि ना तो फोन उठाना वाजिफ़ समझा ना तो फोन का प्रत्युत्तर देना, वहीं जब इस संबंध में चौकी में पदस्थ मुंशी अरुण मिश्रा से हमारी टीम द्वारा दूरभाष में जानकारी ली गई तो उन्होंने शराब की जब्ती की पुष्टि तो की,पर शराब की मात्रा कितनी है इस पर गोलमोल जवाब देना प्रारम्भ कर दिया।जिसके बाद खबर ब्रेक कर मामले को सज्ञान में लाया गया पर देश भक्ति व जन सेवा की कसमें काम न आई और लक्ष्मी पुत्रो ने लक्ष्मी के बलबूते अपना काम निकाल लिया जिसकी चर्चा कुछ ही घंटों में संभागीय मुख्यालय तक पहुच गई।
पुलिस ने जारी किया प्रेस नोट..
इधर सांठगांठ व पैसे की लेनदेन की चर्चा आम होती रही तो दूसरी ओर सस्ती लोकप्रियता की भूख में अपनी पीठ थपथपा ने के चक्कर में प्रेस नोट भी जारी कर दिया गया। जारी प्रेस नोट के अनुसार फुनगा पुलिस द्वारा विधानसभा उपचुनाव 2020 को देखते हुए मुखबिर सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में फुंनगा रकशा रोड स्टेडियम के पास नाका बंदी की गई तो एक लाल रंग की बोलेरो क्रमांक सीजी 15 सीएल 8802 में बैठे हुए चार आरोपी भगवती सिंह संतोष सिंह सचिन आनंद सिंह हाल निवासी अनूपपुर एवं छत्र धारी राठौर निवासी कोलमी थाना कोतवाली अनूपपुर मिले जो भागने का प्रयास किए जिन्हें बोलेरो के अंदर की धर दबोचा गया उपरोक्त आरोपियों के कब्जे से एक लाल रंग की बोलेरो क्रमांक सीजी 15 सी एल 8802 कीमत 5 लाख व बोलेरो के अंदर करीब 60 लीटर 790 एम एल शराब कीमत 30 हजार 5 सौ रुपए देसी व अंग्रेजी बीएर कुल की कीमत 5 लाख 30 हजार 5सौ रुपए पाई गई जो पूछताछ पर अनूपपुर से लाया बताया गया उपरोक्त सभी आरोपियों से सामूहिक रूप से शराब बोलेरो जप्त की गई तथा चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके विरुद्ध अपराध क्रमांक 395/ 20 धारा 34(2) आबकारी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया है, इतना ही नहीं प्रेस नोट में पुलिस की सराहनीय कार्यवाही का बखान भी किया गया
क्यों उठे कार्यवाही पर सवाल...
शराब जब्ती के कुछ ही देर बाद मामले से लोकल लिकर किंग कहे जाने लक्ष्मीकांत जयसवाल व पुत्र सुमित जयसवाल व एक अन्य स्थानीय ठेकेदार का नाम जुदा करने व शराब की मात्रा कम कराने के एवज में सेटलमेंट की चर्चा की गर्म हवा कुछ ही समय मे संभाग में फैल गई, क्षेत्र में सक्रिय हमारे सूत्रों ने बताया देर रात तक चली डील लगभग ₹30000 की शराब जब्ती वा कथित तस्करों को मामले से दूर रखने की शर्त पर 6 अंको के आंकड़े में लॉक हो गई,और फिर क्या साहब ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए 5 की फेर में चार को आरोपी बना कर अपने मुंह मिया मिट्ठू बनने में कोई कसर नही छोड़ी। हालांकि यह कोई नई बात नही हमेशा से शराब तस्करी के मामले में मुख्य तस्कर के स्थान पर चालक अथवा ठेकेदार के गुर्गो पर ही गाज गिरती है,ताजा तरीन मामला कुछ दिन पहले शहडोल कोतवाली पुलिस द्वारा 96 बोतल अंग्रेजी शराब जप्त करने का है जंहा मामले के तार सीधे शराब ठेकेदार अजय यादव से जुड़ने के बाद भी कार्यवाही सिर्फ गुर्गो तक ही सीमित है।
अब मामला ठंडे बस्ते में...
फुनगा में शराब जब्ती का यह प्रपंच कोई नया नहीं है, हमेशा से शराब के मामले में संभाग में यही तरीका इस्तेमाल में लाया जाता है जिसमें दिहाड़ी पर काम कर रहे गुर्गो पर गाज गिरती है.... और जांच का हवाला देकर मामला धीरे-धीरे ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया जाता है, हालांकि यह मामला अन्य मामलों से अलग है, उल्लेखित मामले में जिस बोलेरो वाहन में शराब
जप्त की गई है वह वाहन शराब ठेकेदार सुमित जयसवाल के नाम पर दर्ज है...बावजूद इसके जिले ही नही संभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की खुली आंख में धूल झोंक कर स्थानीय पुलिस द्वारा सिर्फ ठेकेदार के गुर्गो पर मामला दर्ज हुआ है,जो स्थानीय पुलिस की कारगुजारियों को उजागर कर रही है अब देखना यह होगा की वरिष्ठ अधिकारी इस पर क्या सज्ञान लेते हैं या हमाम में सब .............. की कहावत चरितार्थ होगी ।
सीजी में खपता है माल...
अनूपपुर जिले से भारी मात्रा में शराब छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सरगुजा अंबिकापुर बैकुंठपुर समेत रायपुर भाटापारा तक खपाई जाती है,जिसका प्रमाण छत्तीसगढ़ पुलिस की केस डायरी में दर्ज भाटापारा में जप्त शराब से जुड़े शराब ठेकेदार रितेश नाम, तो रतन पुर में जप्त शराब से अमलाई के स्थानीय ठेकेदार व लक्ष्मीकान्त जायसवाल व उनके पुत्रो के नाम से मिलता है, इसके बाद भी प्रतिदिन लाखो की शराब विभिन्न थाना क्षेत्रों को पार कर छत्तीसगढ़ जाती है और इक्के दुक्के यदि पुलिस मजबूरी में मौके पर पहुंच भी जाए तो ऐसे ही किस्से सुनने में आते हैं।
इनका कहना है
आरोपियों को न्यायालय में जल्द पेश करने के लिए मामले की जांच पूरी नहीं हो पाई है, वाहन स्वामी की जानकारी परिवहन विभाग से मांगी जाएगी जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।
हरिशंकर शुक्ला
चौकी प्रभारी फुनगा
To be continued...with head
तो आदर्श चुनाव व आचार संहिता से तो नही जुड़ा शराब तस्करी का मामला...?
0 Comments