शराब ठेकेदार सुमित जायसवाल पर मेहरबान पुलिस,प्रत्यक्ष साक्ष्य किये दरकिनार, जारी है गोलमाल
छत्तीसगढ़ की रतनपुर पुलिस ने की थी बड़ी कार्यवाही,अनूपपुर में जारी गोलमाल...
INTRO: कुछ महीने पहले अवैध शराब का एक जखीरा छत्तीसगढ़ के रतनपुर में जप्त हुआ जिसके तार शराब ठेकेदार लक्ष्मी प्रसाद जयसवाल बेटे संदीप सुमित और अमलाई का जाने माने शराब तस्कर वकील यादव से जुड़े, शराब अनूपपुर से भेजी गई थी पता चलने पर छत्तीसगढ़ पुलिस अनूपपुर पहुंची, एएसपी अभिषेक राजन ने मीडिया को बयान भी जारी किया कि थाना प्रभारीयों को कार्यवाही के आदेश दिए जाएंगे,कुछ माह बाद कार्यवाही हुई तो लेकिन चौकी प्रभारी फुनगा हरिशंकर शुक्ला ने मध्य प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली और छवि को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर दिया और कार्यवाही के नाम पर सिर्फ लीपापोती हुई हद तो ये है कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है।
शहडोल/ अनूपपुर( कोबरा) : अनूपपुर जिले के फुनगा चौकी चौकी प्रभारी हरिशंकर शुक्ला का जलजला किसी एसपी, आईजी, एडीजी से कम नहीं क्योंकि चौकी प्रभारी साहब वरिष्ठ अधिकारियों से भी अधिक व्यस्त रहते हैं, कि इन्हें फोन रिसीव करने तक की फुर्सत नहीं है या कहां यूं ही जा सकता है कि साहब को पास अब मीडिया को बताने के लिए कुछ बचा ही नहीं है यही कारण है कि फुनगा में शराब जब्ती केस के बाद से ही साहब ने मीडिया से दूरी बनाई हुई है कि जैसे तैसे मामला ठंडा हो सके खैर बहुचर्चित चौकी प्रभारी हरिशंकर शुक्ला के रामनगर और फुनगा से संबंधित सैकड़ों किस्से जिले भर में गुलजार है जिसके सामने यह मामला कोई नया नहीं है।
यह है मामला
फुनगा चौकी अंतर्गत बीते दिनों फुनगा चौकी प्रभारी व उनके टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के पॉइंट पर शराब का जखीरा जप्त किया शराब की मात्रा में हेरफेर को लेकर 5 लाख की लेनदेन की चर्चा जिले नहीं संभाग में जमकर आम हुई चर्चा की सत्यता जानने की जहमत अधिकारियों ने नहीं उठाई और प्रतिष्ठित अखबार की पड़ताल को भी बखूबी नजर अंदाज किया गया।मामला यहीं खत्म नहीं होता है जिस वाहन में शराब जप्त की गई थी वह वाहन अनूपपुर के शराब ठेकेदार सुमित जायसवाल के नाम पर दर्ज था, और शराब भी अनूपपुर ठेकेदार के यहां से तस्करी के लिए छत्तीसगढ़ भेजी जानी बताई जा रही थी इस बात को कई दिन बीत चुके हैं पर अब तक पुलिस ने इस संबंध में शिवाय ठेकेदार के गुर्गों पर कार्यवाही करने के अलावा और कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं वही प्रतीत होता है कि चौकी प्रभारी द्वारा अपनी करगुजारी को छिपाने व ठेकेदार को बचाने के उद्देश्य से मीडिया से दूरी बना ली गई है।
ठेकेदार सुमित जायसवाल के नामपर गाड़ी
अब तक वाहन स्वामी ठेकेदार सुमित जायसवाल पर कार्यवाही नहीं की गई है। जी हां यह वही सुमित जयसवाल है जो रतनपुर में शराब जब्ती के मामले में फरार बताया जा रहा था।जिससे यह तो स्पष्ट है कि वाहन का ठीकरा भी किसी ना किसी गुर्गे के सर पर ही पूरा जाएगा और हमेशा की तरह बैक डेट में एग्रीमेंट कर वाहन किसी गुर्गे को किराए पर सोप दिया गया होगा। किंतु परिवहन विभाग के जानकारों की माने तो वाहन पर किसी प्रकार की लीज अथवा किरायानामा नहीं दर्ज है, अब अपने हुनर में माहिर साहब हुनर का कौन सा कारनामा दिखाएंगे यह तो समय ही बताएगा। वहीं सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ की सीमा का शराब तस्कर लक्ष्मीकांत ओर अमलाई का शराब तस्कर वकील मिलकर मामले को ठंडे बस्ते के हवाले करने के प्रयास में जुटे हैं।
ठंडे बस्ते में बैच नंबर की जांच....
शराब जब्ती को काफी दिन बीत चुके हैं फिर भी अब तक जप्त की गई शराब की बैच नंबर की जांच नहीं हो पाई है,अब मामला तो स्पष्ट है की जब सामने ठेकेदार के नाम पर दर्ज वाहन जप्त होने के बाद भी कार्यवाही नही हुई है तो भला चौकी प्रभारी से ये उम्मीद रखना की वे बैच नंबर की जांच करा कर ठेकेदार पर कार्यवाही करेंगे गलत ही होगी। हालाकि शराब जप्ती के तुरंत बाद ही 5 लाख के मैनेजमेंट की चर्चा जमकर आम हुई थी, अब सवाल यह उठता है कि इस पांच लाख में मैनेजमेंट चौकी थाना तक ही सीमित था कि गांधी जी ने मुख्यालय के वातानुकूलित दफ्तर में भी दस्तक दी थी।हालांकि एक चर्चा ऐसी भी है कि हरिशंकर के इशारों पर इन दिनों अनूपपुर की कानून व्यवस्था इधर से उधर हो रही है।
इनका कहना है
मुझे इस संबंध में जानकारी नही है,मैं पता करवाता हूँ।
अभिषेक राजन
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक,अनूपपुर
चौकी प्रभारी फोन नही उठा रहे हैं यह गलत है,प्रथम दृष्टया वाहन स्वामी पर मामला दर्ज होना चाहिए था,मैं उनसे जानकारी लेता हूँ और कार्यवाही करवाता हूँ।
आर एन आर्मो
थाना प्रभारी भालूमाड़ा




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