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चित भी मेरी पट भी मेरी अंटा मेरे बाप का.. कहावत चरितार्थ होती है दलबदलू नेता जी पर




चित भी मेरी पट भी मेरी अंटा मेरे बाप का...कुछ यही कहावत चरितार्थ होती है व्यवहारी के दलबदलू नेता जी पर*


जी हां और यह नेता जी कौन है सभी जानते हैं और हम बात कर रहे हैं *पिछले दिनों हुई अवैध रेत उत्खनन पर बड़ी कार्यवाही और उसके बाद छद्म वेश धारी नेताओं के विधवा विलाप के बारे में।* दरअसल चोर के साथ मिलकर चोरी करने वाले और साहूकार को जागते रहो कहने वाले नेताओं की दुकान जब जिला प्रशासन की कड़ी कार्यवाही के आगे बंद हो गई तो खिसियाइ बिल्ली खंबा नोचे की तर्ज पर इन दलबदलू नेता के द्वारा प्रशासन की कार्यवाही को ही कटघरे में लाकर खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि इस कार्यवाही में पूरे जिला और संभागीय प्रशासन ने एकजुटता दिखाते हुए ना तो किसी की सिफारिश मानी और ना ही किसी का दबाव परिणाम नेताजी फड़फड़ाने लगे...जिस सोने की खदान और उसके ठेकेदारों दी हुई है चांदी के टुकड़ों से चेहरा चमक रहा था वह चमक गायब हो गई पता तो यह भी चला है कि *नेताजी को 4 लाख रुपए हर माह कंपनी से मिलते थे साथ ही नेताजी के मंडल कमंडल धारियों की गाड़ियां जो इनके नाम से चलती थी और जिन से लाखों रुपए यह नेताजी पीटते थे सब बंद होने की स्थिति पर आ गए।*

पिछले दिनों ब्यौहारी क्षेत्र के दलबदलू इन नेता जी को,जब अवैध रेत सोता खदान में इनके गुर्गे कमंडलधिस की गाड़ियां 9 हाइवा व दो ट्रैक्टर पर पुलिस ने कार्यवाही की तब ये महोदय तिलमिला गए,वंशिका कम्पनी की चोरी का पिटारा खोलने लगे थे,शासन की मिली भगत तक का आरोप लगाने लगे थे, *अब एक चोर को ही पता होता है दूसरे चोर का ठिकाना ये दुनिया जानती है खग जाने खग की भाषा* ,ये वंशिका को भी इसलिए बक्शे हुए थे कि हर माह उससे एक मोटी रकम वसूलते थे,व कई बार इन्होंने कंपनी से स्वतंत्र खदान तक कि मांग की है, *कम्पनी खदान नही दी तो मोटी रकम व अवैध रेत की रॉयल्टी पर समझौता हुआ* ,कम्पनी को घुटने पर लाने के लिए महोदय के पास बहुत हथियार है,कभी ये मीडिया के सामने तो कभी मुख्यमंत्री के सामने रेत तस्करी का गाहे बगाहे गाना गाने लगते है,प्रशासन कार्यवाही करे तो कुछ भी अनर्गल प्रलाप करके प्रशासन की कार्यवाही को भी कटघरे में खड़ा कर देते है,ताकि प्रशासन इनके गुर्गों पर कार्यवाही न करे,व कंपनी भी भयभीत रह कर अबाध रूप से महीना एडवांस में नेता जी को देती रहे।

कुल मिलाकर चित भी मेरी पट्ट भी मेरी अंटा नेता जी के ..... का है।

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