शहडोल/अनूपपुरः रामनगर पुलिस ने कड़ी मेहनत की और अवैध कोयला भारी तादात में जप्त किया निष्चित तौर पर पुलिस को बड़ी सफलता मिली लेकिन सवाल अब भी यही है कि तस्करी का मास्टर माइंड कौन कहते है कि पुलिस चाह ले तो मुर्दे के हलक से भी सच बाहर निकाल ले, खैर इस मामले में तो तीन-तीन वाहन चालक एक वाहन स्वामी और तीन ट्रेलर भरकर कोयला जप्त हुआ है। कोयले की जांच यह बता देगी कोयला कहा से आ रहा था। लेकिन खबर छपने के बाद पुराने माफियाओं और सफेदपोस तस्करों में जो हलचल देखी गई वही कही न कही बयान कर रही है कि चोर चोरी से जाये हेरा फेरी से ना जाये कि तर्ज पर कही न कही खेल स्थानीय ही है बस नाम इसकी टोपी उसके सर के तर्ज पर बिलासपुर के नाम पर थोपना प्रतीत हो रहा है।
आखिर कौन है मास्टर माइंड
सवाल यह उठ रहा है कि हसदेव और जमुना कोतमा क्षेत्र में किसी नये तथा कथित कोलमाफिया/कोलतस्कर ने जन्म लिया हैं या फिर नये के नाम से पुराने ही गुल खिला रहे है। चर्चाओं पर यदि गौर करें तो माल तथा कथित माफिया गोलू का हो सकता है जिसे दो नम्बर से एक नम्बर में कन्वर्ट कर प्लांट भेजा जा रहा था गौरतलब है कि कथित माफिया पर पूर्व में भी कार्यवाहियां हो चुकी है तो जिस प्रकार से बडे पैमाने पर काम हो रहा है उसे देख पुराने माफिया जाफर के हस्ताक्षेप की भी कयास लगाई जा रही है खैर तडके आठ बजे बिक्की भैया रामनगर पहुंचे थे चैहरे पे गंभीरता और चिंता की विषाद रेखाये थी अब मामला पुलिस की जांच पर टिका है खैर तफ्तीस हमारी टीम की भी जारी है।
क्या है प्लांट की भूमिका
जन चर्चाओं की माने तो एक अर्से से 15 प्रतिषत बताकर 100 प्रतिषत खेल काला चल रहा था जिसमें एक के पीछे तीन अवैध के तार्यतम्य में आकडे तीन से सात तक पहुंच जाते थे और स्थानीय जिम्मेदार लाखों का वारा न्यारा काफी समय से कर रहा है खैर जो काम रात के अंधेरे में छुप छुपाकर हुआ करता था वो काम दिन के उजाले में चल रहा था और भेद खुल गया खैर जा कहा रहा था मगा कौन रहा था यह तो लगभग स्पष्ट प्रतीत हो रहा है पर सवाल यह है कि तस्करी का मास्टरमाइंड कौन।
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