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धृतराष्ट्र बने एस ई सी एल सोहागपुर के अधिकारी क्या रामपुर में टीआई पटेल को भ्रष्टाचार की मिली खुली छूट


तो क्या प्रतिदिन के बंदर बात में सबका है हिस्सा, जो सब दबा रहे भ्रष्टाचार का किस्सा

गजेन्द्र परिहार

एसईसीएल प्रोडक्षन बढ़ाने में फोकस कर रहा है तो प्रबंधन के कर्मचारी धनलोलुपता के चलते जो कारस्तानी कर रहे उसे बोगस नहीं तो और क्या कहा जायेगा। रिटायरमेन्ट से पहले निजी धन संग्रह का जुगाड जमाते बताये जा रहे है फिर इसके लिए चाहे एसईसीएल की ख्याति पर भ्रष्टाचार का बट्टा ही क्यो न लगाना पडे़ हालाकि रामपुर नई खुली कोयला खदान के भ्रष्टाचार से लगभग सभी वरिष्ठ अधिकारी वाकिफ है फिर भी इन्होंने धृतराष्ट्र की भांति आंखों में पट्टी बांध रखी है। और निचले स्तर पर प्रतिटन का बंदर बांट जगजाहिर है। 

शहडोलः एसईसीएल सोहागपुर कोयलांचल को नया जीवन देने के लिए तमाम मशक्कत के बाद शुरू किया गया रामपुर बटुरा मेगा प्रोजेक्ट एसईसीएल की अपेक्षाओं और उद्देश्यों को पूरा कर पाने में किस हद तक सफल है या होगा यह तो कंपनी ही जाने लेकिन इस मेगा प्रोजेक्ट से यहां कार्य करने वाले तकनीकी निरीक्षक सी एल पटेल की चांदी जरूर हो गई है। कोयला खदानों से रोड सेल के माध्यम से बाहर भेजा जाने वाला कोयला हालांकि सभी खदानों के टेक्निकल इंस्पेक्टर्स की अवैध कमाई का जरिया है लेकिन रामपुर बटुरा मेगा प्रोजेक्ट जो न सिर्फ नया है बल्कि प्रचुर भंडार वाला प्रोजेक्ट है इसमें कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों की स्वार्थ परता परवान चढ़ना एसईसीएल व सोहागपुर कोयलांचल प्रबंधन के लिए काफी घातक साबित हो सकता है।


अवैध वसूली का जरिया 

सोहागपुर एरिया की अधिकांष खदाने एक एक कर बंद होने के कारण कोयला उत्पादन में लगातार कमी और मेन पावर के लिए काम की कमी को देखते हुए कोयलांचल प्रबंधन द्वारा सालो साल मेहनत कर रामपुर बटुरा मेगा प्रोजेक्ट की रूप रेखा तैयार की गई और एसईसीएल से स्वीकृति मिलने पर सालो बाद रामपुर मेगा प्रोजेक्ट अस्तिव में आया और इसके साथ ही ग्रहण का षिकार हो गया। तकनीकी निरीक्षक एवं अन्य दलाल टाईप नेताओं ने अपना ऐसा माया जाल फैलाया कि शुरूआती दौर में ही यह प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार और अवैध वसूली का माध्यम बन कर रह गया है। 


ट्रांसपोर्टरों का आरोप 

गौरतलब है कि पिछले महीने रामपुर प्रोजेक्ट में कोयला परिवहन करने वाले ट्रक चालको, संचालको ने लामबंद होकर परिवहन का कार्य बंद कर दिया था। परिवहन कर्ताओं का आरोप है कि टेक्निकल इंस्पेक्टर तो प्रति गाड़ी पैसा वसूलता ही है स्थानीय गुंडे भी गुंडा टैक्स वसूलने पहुंच जाते है जिसके कारण काम कर पाना बहुत कठिन है। उनका यह भी आरोप है कि स्थानीय रहवासियों की गुंडा गर्दी और प्रबंधन के लोगो द्वारा परिवहन कर्ता विषेष को उपकृत किये जाने की परंपरा ने परिवहन कर्ताओं की मुष्किलों को बढ़ा दिया है और इसमें टेक्निकल इंस्पेक्टर सीएल पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जाती है। आरोपित किया गया है कि वह अपने चहेते ट्रांसपोर्टरांे को बेजा लाभ दिलाने के लिए अन्य ट्रांसपोर्टरो को जानबूझ कर प्रताड़ित करता है। 


रिटायरमेन्ट के पहले...

सूत्रो के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार रिटायरमेन्ट की कगार पर खड़े टेक्निकल इंस्पेक्टर पटेल द्वारा थर्ड ग्रेड कोयले के डीओ पर फर्स्ट ग्रेड कोयले की निकासी करवा कर कोयला परिवहन कर्ता एवं खरीददारों से अतिरिक्त कमाई करते हुए न सिर्फ एसईसीएल को अच्छा खासा चूना लगाया जा रहा है बल्कि रिटायरमेंन्ट के पहले अधिकाधिक धन संग्रह करने में जुटा हुआ है उसके इस अवैध कार्य में एसईसीएल के ही कुछ अधीनस्थ कर्मचारियों का सहयोग और उपक्षेत्रीय मैनेजमेन्ट के अधिकारियों का खुला संरक्षण प्राप्त है। 


इनका कहना है 

इस संबंध में जानकारी के लिए महाप्रबंधक सोहागपुर क्षेत्र पी. कृष्णा को उनके मोबाईल नंबर 9425533401 पर संपर्क किया गया तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।


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