Ticker

6/recent/ticker-posts

गुड जॉब कप्तान, 2023 की तुलना में अपराध दर में 41 परसेंट की गिरावट, तो गुंडा बदमाशो पर वर्ष 2024 में 56 प्रतिशत अधिक हुई कार्यवाही



 शहडोल पुलिस कप्तान कुमार प्रतीक के निर्देशन पर शहडोल जिले में लगातार विभिन्न थाना क्षेत्र अंतर्गत अपराधों पर लगाम कसने एवं गुंडे बदमाशों व सजा सामाजिक तत्व व नशे के विरुद्ध निरंतर कार्यवाही की जा रही है यही कारण है कि शुरूवाती 5 माह वर्ष 2023 की तुलना में वर्ष 2024 के शुरूवाती 5 माह में घटित अपराधों की संख्या प्रतिशत दर में 40.5 प्रतिषत की कमी आई है, साथ ही असामाजिक तत्व एवं गुंडा बदमाशों पर कार्यवाही पर भी शहडोल पुलिस ने बाजी मारते हुए 2023 की तुलना में 2024 पर 56 प्रतिषत अधिक गुंडा बदमाशों व असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही की है।




गजेन्द्र परिहार

शहडोल। बीते 1 वर्ष में शहडोल पुलिस ने पुलिस कप्तान कुमार प्रतीक के निर्देशन पर एवं एडीजीपी शहडोल जोन डीसी सागर के मार्गदर्शन पर सराहनीय कार्य किए हैं जिसकी वजह से न सिर्फ अपराधिक ग्राफ में गिरावट आई है बल्कि बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष गुंडा बदमाशों पर भी अधिक कार्यवाही की गई है, पुलिस विभाग के 1 वर्ष की तुलनात्मक अपराधिक रिकॉर्ड के अध्ययन में पाया गया कि लघु अधिनियम एवं प्रतिबंधात्मक कार्यवाही आसान शब्दों में कहें तो गुंडा बदमाशों व सामाजिक अपराध में लिफ्ट आरोपियों पर कार्यवाही में बीते वर्ष की तुलना पर इस वर्ष शहडोल पुलिस ने 56 प्रतिशत अधिक कार्यवाही को अंजाम दिया है जो कि निश्चित तौर पर काबिले तारीफ है, प्राप्त जानकारी के अनुसार शुरूवाती 5 माह वर्ष 2023 में 8203 तो शुरूवाती 5 माह 2024 में 15703 लघु अधिनियम जिसमें सट्टा पट्टी काटना,अवैध रूप से शराब बिक्री करना, गैर कानूनी हथियार रखना जुआ आदि खेल में सम्मलित होना शामिल है। तुलनात्मक प्रतिशत बीते वर्ष की तुलना में 2024 में लगभग 92 प्रतिशत अधिक रहा।

गुंडा बदमाशों पर ज्यादा कार्यवाही

1 जनवरी  2023 से 31 मई 2023 एवं 1 जनवरी 2024 से 30 मई 2024 तुलनात्मक अध्ययन में पाया गया की 2023 की तुलना में 2024 में शहडोल पुलिस द्वारा गुंडा बदमाशों पर पुलिस कप्तान के निर्देश पर सतत कार्यवाही की गई जिसमें वर्ष 2023 में 6158 गुंडा बदमाशों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई तो 2024 में 7374 गुंडा बदमाशों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई तुलनात्मक अध्ययन में बीते वर्ष के तुलना में इस वर्ष 20 प्रतिषत अधिक गुंडा बदमाशों पर कार्यवाही की गई ताकि समाज और जनता के बीच शांति बनी रहे।

महिला संबंधी अपराध 2024 में घटे

5 माह के 2023 और 5 माह 2024 के तुलनात्मक अध्ययन में पाया गया कि बीते वर्ष 2023 की तुलना में महिला संबंधी अपराध 2024 में कम हुए हैं आसान शब्दों में इसे ऐसा भी कहा जा सकता है कि पुलिस की कार्यप्रणाली की वजह से समाज में पुलिस का भय बरकरार हुआ जिससे महिला संबंधी अपराधों में 36 प्रतिषत की गिरावट आई वर्ष 2023 तुलनात्मक अध्ययन में कल 759 महिला अपराध घटित हुई जिनकी संख्या 2024 में 31 मई तक कुल 483 तक ही सीमित रह गई।

अन्य अपराधों पर भी लगा लगाम 

2023 के शुरुआती पांच माह और 2024 के शुरुआती पांच माह के आंकड़ों का अध्ययन करने पर पाया गया कि वर्ष 2023 में भारतीय दंड विधान के तहत 2394 अपराध पंजीबद्ध किए गए जबकि ठीक उसी समय अंतराल में 2024 में मात्र 1702 भारतीय दंड विधान के तहत अपराध पंङिबद्ध किए गए अर्थात 23 की तुलना में 2024 में गंभीर भारतीय दंड विधान के तहत आरोप अपराध 29 प्रतिषत की दर से घटे, तो इसी कड़ी में वर्ष 2023 में अनुसूचित जाति के विरुद्ध 24 एवं अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध 39 अपराध घटे थे जो 2024 में घटकर अनुसूचित जाति के विरुद्ध कुल 7 एवं अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध मात्र 29 रह गए तुलनात्मक अध्ययन के अनुसार अनुसूचित जाति के विरुद्ध घटित अपराधों में 71 प्रतिशत एवं अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध घटित अपराधों में 26 प्रतिशत की कमी 2024 में आई जिसके लिए शहडोल पुलिस निश्चित तौर पर सराहना के काबिल है।

रंग लाई कुमार प्रतीक की मेहनत

2023 की तुलना में वर्ष 2024 के पांच माह के इस तुलनात्मक अध्ययन से यह बात तो स्पष्ट है कि बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष शहडोल पुलिस ने अच्छा कार्य किया है जिससे न सिर्फ अपराधी व आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों में पुलिस का खौप बैठा जिसकी वजह से अपराध के ग्राफ में काफी गिरावट आई तो वही महिला अपराध में भी कमी से यह बात साफ तौर पर कहीं जा सकती है कि बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष महिलाएं शहडोल में ज्यादा सुरक्षित है जो कहीं ना कहीं शहडोल पुलिस कप्तान कुमार प्रतीक के कुशल निर्देशन और मार्गदर्शन का ही परिणाम है कि अपराध के प्रतिशत में इतनी भारी गिरावट हुई है इसके अलावा बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष लगभग 56 प्रतिशत गुंडा बदमाशों व आरोपियों पर अधिक कार्यवाही के लिए भी शहडोल पुलिस प्रशंसा योग्य है।


Post a Comment

0 Comments