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भू माफिया रज्जन और बिपिन..ऊपर तक पहुंचा रहे नोटो से भरा टिफिन..!!


जिला प्रशासन को करोड़ों के राजस्व का चूना.. गोहपारु में भूमाफियाओं के हौसले बुलंद

 अवैध कॉलोनाइजर अथवा अवैध प्लाटिंग मामले में नियम तय जमाने के साथ-साथ 3 वर्ष के कारावास का भी प्रावधान है लेकिन राजस्व विभाग के सांठगांठ के साथ भू माफिया अपनी करगुजारियों से बाज नहीं आ रहे हैं आलम यह है कि जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर गोहपारु में तहसीलदार की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है क्योंकि राजन और विपिन जैसे बड़े भूमाफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है कि उन्हें संवेदनशील और न्यायप्रिय  कलेक्टर तरुण भटनागर की कार्यवाही का भी भय नहीं है सवाल यह उठता है कि आखिर कैसे यह बड़े नाम जिला प्रशासन की कार्यवाही से अछूते रह गए।


शहडोल। गोहपारू तहसील अंतर्गत भू माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है कि उन्हें संवेदनशील और न्यायप्रिय कलेक्टर तरुण भटनागर की कार्यवाही का भी रत्ती भर भय नहीं है जिसकी वजह है स्थानीय राजस्व महकमें से कथित भूमाफियाओं का गठजोड़ बताया जा रहा है खैर कलेक्टर साहब भी क्या कर सकते हैं जब तक स्थानीय राजस्व अमला अवैध प्लाटिंग की रिपोर्ट कलेक्टर साहब तक ना भेजें अब कलेक्टर साहब तो गली-गली घूम कर जमीन नापेंगे नहीं और ना ही अवैध प्लाटिंग की तफ्तीश करेंगे जिसका फायदा भरपूर गोहपारू के भू माफिया बंधु कथित रज्जन और विपिन की जोड़ी को भरपूर मिल रहा है। इनके द्वारा बीते 3 वर्षों में न सिर्फ तीन बड़ी अवैध प्लाटिंग को अंजाम दिया गया बल्कि इस दौरान जब कलेक्टर साहब अवैध प्लाटिंग को लेकर सख्त हैं तब भी यह स्टेट हाईवे से लगी एक जमीन पर अवैध प्लाटिंग की तैयारी पर लगे हुए हैं। 

कौन है रज्जन और विपिन

सूत्र बताते हैं कि रज्जन और विपिन नामक भूमाफियाओं का तहसील कार्यालय गोहपारु से बीते 3 वर्षों से अच्छा संबंध रहा है इन अच्छे संबंधों को अपन ऐसे भी परिभाषित कर सकते हैं कि राजस्व महकमा उनके अनुसार जमीन की माप, सीमांकन, तरमीम सहित अन्य कार्य करता है और यह कथित भू माफिया औने-पौने दाम पर किस की जमीन एग्रीमेंट और पावर ऑफ अटॉर्नी के नाम पर खरीद लेते हैं फिर छोटे-छोटे भूखंडों में परिवर्तित कर उसे कई गुना दाम पर प्लाट के रूप में विक्रय करते हैं पटवारी राजस्व निरीक्षक से लेकर तहसीलदार तक इनका जुगाड़ है यही कारण है कि यह आज तक कार्यवाही से बचे हुए हैं जानकार बताते हैं कि बीते 3 वर्षों में इन्होंने करोड़ की अकूत संपत्ति अर्जित की है और इनके हौसले अभी भी बुलंद है यह नई अवैध प्लाटिंग की तैयारी में है। 

सवालों के घेरे में राजस्वमहकमा

एक और जहां कलेक्टर शहडोल तरुण भटनागर अवैध प्लाटिंग को लेकर सख्त नजर आ रहे हैं वहां गोहपारु राजस्व महकमा कथित भूमाफिया बंधुओं पर मेहरबान है अघोषित तौर पर यह दोनों भू माफिया  पार्टनरशिप में अवैध प्लाटिंग को अंजाम देते हैं और इसके एवज में राजस्व विभाग में को मुंह पर नोट खिलाए जाते हैं, इतना ही नहीं कथित राजस्व महकमें की रहमत इन भूमाफियाओं पर इस कदर बरस रही है कि उन्होंने इन पर कार्यवाही तो दूर इसकी जानकारी भी जिला प्रशासन को देना वाजिफ नहीं समझा। बताया जाता है कि यदि राजस्व विभाग के जमीनी स्तर के अधिकारियों के कॉल रिकॉर्ड खंगाल जाएं तो कथित भू माफिया और राजस्व महकमें की सांठगांठ सरलता से उजागर हो सकती है।

यहां यहाँ की अवैध प्लाटिंग

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कथित भू माफिया जोड़ी रज्जन और विपिन ने गोहपारू में ख्याति प्राप्त धार्मिक स्थल दरगाह के सामने रोड के दूसरी ओर बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग को अंजाम दिया और 400रुपए से 600 रुपए स्क्वायर फीट पर एग्रीमेंट के आधार पर जमीन विक्रय किया इसके अलावा गोहपारू ब्लॉक के समीप खसरा नंबर 101 पर भी बड़े पैमाने में अवैध प्लाटिंग को अंजाम देने के चर्चा कथित भूमाफियाओं को लेकर गोहपारु सहित शहडोल मुख्यालय में है, यही नहीं दो अन्य स्थानों पर भी अवैध प्लाटिंग को लेकर कथित भूमिया जोड़ी चर्चे में है तो बताया जाता है कि अभी स्टेट हाईवे से लगी एक भूमि पर बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग  की तैयारी की जा रही है।

इनका कहना है

इस संबंध में जानकारी के लिए एसडीएम सोहागपुर श्रीमती प्रगति वर्मा से दूरभाष में सम्पर्क साधा गया लेकिन उनका फोन नहीं उठा।

प्रगति वर्मा

एसडीएम, सोहागपुर


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