गजेंद्र परिहार
शहडोल : शहडोल जिले में हैवी ब्लास्टिंग की अनुमति डीजीएमएस के अनुसार किसी भी क्रेशर संचालक को नहीं है इसके बावजूद भी राजस्थान से आया व्यापारी उमराव और अनूपपुर के फुनगा व्यापारी चौधरी मैगजीन के आड़ में और ड्रिलिंग के आड़ में शासकीय अशासकीय और खनिज पट्टाधारी बोल्डर खदानों में हैवी ब्लास्टिंग को अंजाम दे रहे हैं जिसका असर साफ तौर पर खदानों से लगी बस्तियों में देखा जा रहा है तो बैगा और गोड़ समाज के आदिवासी इन हैवी ब्लास्टिंग का शिकार हो रहे हैं और कहीं उनके घर पर दरारें आ गई हैं तो कहीं पर रात के गहरी नींद में यह आदिवासी बच्चे चौक कर बैठ रहे हैं कई स्थानों पर तो इनकी अवैध ब्लास्टिंग की वजह से आदिवासियों के बच्चों पर गहरा असर पड़ा है और डर उनके भीतर बैठ चुका है।
जवाब के इंतजार में कई सवाल
सूत्रों की माने तो कथित व्यापारी उमराव द्वारा शहडोल जिला मुख्यालय के नवलपुर कंचनपुर व आसपास के तमाम बोल्डर खदानों में नियम से हटकर हैवी ब्लास्टिंग को अंजाम दिया जाता है तो वहीं कथित व्यापारी साफ तौर पर बारूद की सप्लाई से भी जुड़ा बताया जाता है, तो सवाल यह उठता है कि बारूद के रखरखाव के लिए उचित मापदंड का पालन किया जा रहा है या नहीं और जब हैवी ब्लास्टिंग की अनुमति शहडोल में क्रेसर संचालक के पास है ही नहीं तो फिर उमराव और उनकी टीम शहडोल में क्या कर रही है और क्या इसकी सूचना उन्होंने खनिज विभाग जिला प्रशासन और स्थानीय थाने को दी है या नहीं।
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