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तेजी से पनप रहे अवैध कबाड़ कारोबार पर नवागत कप्तान क्या लगा पायेंगे अंकुश



रामनगर बना अवैध कबाड़ कारोबार का गढ़, जिले में जोर आजमाइस कर रहा राजा कबाड़ी


न जाने क्यों अनूपपुर कानून व्यवस्था के लंबे हाथ शहडोल में 7 लोगों को बंद खदान में झोक देने वाले कबाड़ माफिया राजा के गिरेबान तक पहुंचते पहुंचते थम जाते हैं, क्यों आखिर अनूपपुर पुलिस जानबूझकर बड़ी वारदात को न्योता दे रही है, गौरतलब है कि भालूमाड़ा पुलिस ने हाल ही में कथित राजा कबाड़ माफिया के पार्टनर बबलू व अन्य को गिरफ्तार किया लेकिन राजा के हौसले अभी भी बुलंद है जिसकी वजह सूत्र थाना प्रभारी रामनगर का छत्र बता रहे हैं।


शहडोल/अनूपपुर। बीते वर्ष शहडोल जिला अंतर्गत चचाई के राजा नमक कबाड़ माफिया ने धनपुरी बंद खदान में सात बेरोजगार युवाओं को बेस कीमती लोहे का लालच देकर चोरी करने के उद्देश्य से बंद खदान में झोंक दिया था गैस रिसाव से उनकी मौत हुई मामला हाइलाइटेड था प्रदेश स्तर पर सुर्खियां बटोरी गई, बुलडोजर चला कार्यवाही हुई राजा ने अपने सुरक्षित मांद चचाई को छोड़कर वर्तमान में अनूपपुर को अपना गढ़ बनाया मीडिया के माध्यम से जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को दी गई, राजा के साथ बतौर पार्टनर काम कर रहे बबलू, करीम पर पुलिसिया कार्यवाही हुई जिसके लिए भालूमाडा पुलिस तारीफ के काबिल है लेकिन राजा तक अनूपपुर पुलिस के हाथ इस वारदात के बाद भी नहीं पहुच पा रहे हैं जो कई सवालों को जन्म दे रहा है।



रामनगर को बनाया अपना गढ़

सूत्र बताते हैं की चचाई के राजा कबाड़ माफिया ने तत्कालीन थाना प्रभारी कोतवाली अमर वर्मा से प्रगाढ़ संबंध नोटों के बलबूते स्थापित किया है और वही संबंध अब जिले के अंतिम छोर रामनगर में कैस कर रहा है, हालांकि लेनदेन रंगीन कागजों में छह अंकों का है अब इसकी भनक नवागत कप्तान को है कि नहीं इसकी पुष्टि हम नहीं करते लेकिन सूत्रों का कहना है कि 6 अंकों की डील के एवज में थाना प्रभारी ने रामनगर के आसपास बंद और चालू तमाम खदानों से पिकअप 407 वाहन लगाकर मशीनरी और कल पुर्जे चोरी करने की खुली अनुमति दे दी है बशर्ते सीआईएसफ का मैनेजमेंट राजा स्वयं देखेंगे थाना से उन्हें डिस्टर्ब कोई नहीं करेगा।



अपराध का गढ़ बना रामनगर

किसी ने रिपोर्ट लिखवाई नहीं या साहब ने किसी की रिपोर्ट लिखी नहीं अब यह तो या तो साहब जाने या फरियादी जाने..पर दबी जुबान में नाम ना बताने की शर्त पर लोगों ने यही बताया कि लोग शिकायत लेकर पहुंचे थे कि हमारे घर के ताले टूटे हैं लेकिन कीमती सामान चोरी नहीं हुआ इसलिए डांट तपटकर पुलिस ने मामला रफा दफा कर दिया हमने यह समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि 24 घंटे में आठ घरों के ताले टूटे खैर यह तो पुरानी बात है अब पुलिस अधीक्षक भी परिवर्तित हो चुके हैं देखना यह होगा कि अपराध का गढ़ बन चुके कोयला कबाड़ सट्टा जुआ चोरी की रेत जैसे मामलों में थाना प्रभारी रामनगर अंकुश लगाते हैं या फिर नवजात कप्तान थाना प्रभारी के खिलाफ सख्त कदम उठाते हैं।


क्या 70 के मौत का है इंतजार

शहडोल में सात मौत या कहे की तथाकथित 7 हत्या को अंजाम देने वाले राजा कबाडी को अनूपपुर पुलिस अगर संरक्षण दे रखा है तो क्या यह कहना उचित होगा कि शहडोल जिले में सात की मौत के बाद अनूपपुर पुलिस 70 की मौत का इंतजार कर रही है शहडोल में तत्कालीन एडीजीपी डीसी सागर ने मोर्चा संभालकर ठोस कदम उठाए तो मामला शांत हो गया लेकिन अब श्री सागर भी नहीं तो क्या यह कहना उचित होगा कि अनूपपुर में 70 की मौत पर नवजात आईजी शर्मा जी को आगे बढ़कर मोर्चा संभालना होगा क्योंकि प्रतीत तो यह हो रहा कि 7 के बाद 70 जैसी किसी वारदात का इंतजार अनूपपुर पुलिस कर रही है। बताया यह भी जाता है कि भालूमाड़ा में जो कार्यवाही हुई उसमें वाहन  पिकअप जो जप्त हुआ था वह राजा कबाड़ी के रिश्तेदार का था हालांकि इसकी जांच कहां तक पहुंची है अभी कह पाना मुश्किल है।

कैसे हो रहा यह पूरा कारोबार

हमारी टीम ने बीते रविवार की देर शाम अनूपपुर के कोतमा क्षेत्र के आसपास के पुराने कबाड़ कारोबारियों व अन्य से संपर्क साधा तो नाम ना बताने के शर्त पर यह बात सामने आई की राजा नामक कबाड़ माफिया ने हाल ही में अनूपपुर में अपना काम शुरू किया है इसके लिए उसने जिला मुख्यालय से मैनेजमेंट की उडनतस्तरी छोड़ रखी है, इसके लिए पुराने सक्रिय चोरों को राजनगर के आसपास प्रमुखता से झीमर के आसपास खुला छोडा गया है जो दिन और रात बराबर बंद पड़े खदान वर्कशॉप से मशीनों की कल पुर्जे चोरी करके लाते हैं रात के अंधेरे में गाड़ी उन्हें कही बंद खदानों के आसपास पुलिस की निगरानी में लगती है, और प्रतिदिन इस प्रकार से राजा लगभग 8 से 10 लाख रुपए के कल पुर्जों को वारान्यारा  करता है जिसमें यदि प्रतिदिन लाख रुपए भी मैनेजमेंट के नाम पर लाइजनिंग में राजा खर्च करता है तो 7 से 8 लाख रुपए की प्रॉफिट मार्जिन राजा को मिलती है हालांकि इसके लिए वे चार से पांच दर्जन चोर बंद खदान में वर्कशॉप में अन्य स्थानों में अपना जान जोखिम में डालते हैं।

इनका कहना है

(इस संबध में जानकारी के लिए थाना प्रभारी रामनगर अमर वर्मा को उनके दूरभाष में संपर्क किया गया सी.एम ड्यूटी में होने की वजह से तेज आवाज की वजह से बात नहीं हो पाई)


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