एक आरक्षक!! अवैध कोल कारोबार पर जमाने हक... रक्षक बना भक्षक
केशवाही में मरखी माता के समीप संचालित अवैध कोयला खदान जिसे प्रशासन ने जेसीबी लगाकर पूर्व में हमारी खबर पर संज्ञान लेकर बंद कराया था हालांकि आंशिक रूप से माफियाओं ने इन खदानों को खोल लिया था लेकिन अब स्थानीय निवासी कोल माफिया शर्मा जी ने नेता कम दलाल दीपू महाराज के कहने पर इन अवैध खदानों का संचालन पुनः प्रारंभ किया है, बताया जाता है की जेसीबी लगाकर साफ-सफाई खदानों, सुरंगों आदि के मुहाड़े खुलवाने की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसमे ग्राउंड सपोर्ट रास्ता निकासी ट्रांसपोर्टिंग की जिम्मेदारी खाखीधारी ठाकुर साहब ने संभाली है, तो वही कथित गुर्गों से दीपू महाराज हाईलेवल के मैनेजमेंट का दंभ भर रहे हैं,हालाकि फिलहाल हमारी खबर के बाद काम जैसा रविवार से शुरू होना था शुरू नहीं हो पाया।
रिजवान खान
शहडोल। शहडोल जिले के अंतिम छोर केशवाही में इन दोनों कोयला अवैध खनन फिर जोरों पर है, मरखी माई मंदिर के पीछे पुराने माफिया बंधु ने दीपू और लालासाहब के संरक्षण में सक्रिय होकर कोयले की बंद पड़ी अवैध खदान को फिर गुलजार किया है जिसकी चर्चा इन दोनों मुख्यालय में जोरो पर है, ज्ञात हो की पूर्व में संवेदनशील ईमानदार पुलिस कप्तान कुमार प्रतीक ने जिला प्रशासन के सहयोग से केशवाही मरखी माई के मंदिर के पीछे अवैध खनन पर पूर्णतया पाबंदी लगाई गई थी लेकिन बताया जा रहा है कि एक बार फिर स्थानीय जिम्मेदारों से सांठगांठ कर पुनः बड़े पैमाने में अवैध कोयला खदान गुलजार की गई है और खनन जोरों पर है। जिसमें काफी दीपू ईमानदार खाखी धारी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ जिले के एक माननीय नेता जनप्रतिनिधि की साख पर भी बट्टा लगाने पर उतारू है।
फिर शुरू हुआ अवैध कारोबार
छुटपुट कोल माफिया की ईंट भट्टों में कोयला सप्लाई से परे इस बार दीपू महाराज और ठाकुर साहब ने कमान संभालते हुए बड़े पैमाने पर अवैध कोयला कारोबार करने का निर्णय लिया है, जिसमें सर्वसम्मति से मीडिया की आवाज दबाने मामले को लेकर मैनेजमेंट की चर्चा भी सामने आई लेकिन ठाकुर साहब ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि हमने रास्ता स्थानीय पुलिस और वरिष्ठ सबको मैनेज किया है तो चौथा स्तंभ गुहार लगाता रहे हम पर कार्यवाही नहीं होगी, खैर ठाकुर साहब के बीटो के साथ रविवार की रात तो काम शुरू नहीं हुआ लेकिन दीपू भैया और ठाकुर साहब जल्द फिर बड़े पैमाने पर काम शुरू करने की तैयारी की है फिलहाल दस से 20 टन माल पार कर के ही सब खामोश हैं। हम आपको बता दे की पूर्व में जिला प्रशासन द्वारा ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए केसवाही के मरखी में मंदिर के पीछे अवैध रूप से संचालित दर्जनों सुरंग को बंद कराकर खनन-परिवहन पर पूर्णत प्रतिबंध लगाया गया था उसे दौरान भी मीडिया के माध्यम से ही मामला प्रशासन के संज्ञान में आया था जिस पर कार्रवाई की गई थी और पुलिस के भय से बीते कई वर्षों से यह कारोबार लगभग पूर्णता बंद था हालांकि छुटपुट बोरियों में खनन परिवहन की सूचना प्राप्त हो रही थी लेकिन बड़े पैमाने पर कारोबार संचालित नहीं किया जा रहा था।
स्थानीय माफिया संभालेगा मोर्चा
बताया जाता है कि कथित शर्मा नामक माफिया बीते कई वर्षों से अपराधी गतिविधियों में संलिप्त बारे में जुआ खिलावाने से लेकर रेत कोयला और बृहद पैमाने में गांजा की तस्करी में कथित माफिया का नाम क्षेत्र में सबसे अव्वल है और ऐसा नहीं है कि स्थानीय पुलिस को इस बात की खबर नहीं है लेकिन बाबू के दरबार में स्थानीय खाकी की नई मन दे हाजी लागत आसानी से देखे जा सकते हैं ऐसा लोगों का बताना है..। पूर्व में कथित माफिया भारी मात्रा में अवैध रूप से खनन से प्राप्त कोल को एकत्र कर केसवाही से बुढार रसमोहिनी, जेतपुर,चकौड़ी सहित अन्य ग्रामों में संचालित ईट भट्ठों में कल तक आपूर्ति करते आ रहा है लेकिन अब कथित माफिया के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि उसने बोरियों से हाइवे तक का सफर तय कर लिया है।जिसमे उसके आका बने दीपू महाराज और चर्चित खाकीधारी लेकिन बली के वेदी पर चढ़ाने हेतु ब्योहारी के कुछ नौजवानों को भी शामिल किया गया है।
क्या बड़े हादसे का है इंतजार
प्रमुख सरगना दीपू महाराज कभी खुद को ब्योहारी का खास तो कभी खुद को रीवा का खास बताते हैं, कभी माननीय ने अधिकारियों को बोल दिया कभी सेटिंग बैठ गई यह कहानी सुनाते हैं, लेकिन शहडोल में कोयले का बड़ा इतिहास रहा है जो कभी भी खूनी संघर्ष में तब्दील हो सकता है,कोयले की इस अवैध कारोबार के दो अलग-अलग पहलू हैं पहले पहलू तो यह है की जान जोखिम डालकर अंधेरे गहरी सुरंग में चंद पैसों का लालच देकर कथित माफिया मजदरो की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है तो वही दूसरा पहलू यह है कि कथित माफिया और उसके गुर्गे जो ड्राई नसे में ढोते रहते हैं के द्वारा कभी भी गले की काली कमाई के लालच और वर्चस्व की लड़ाई में बड़ी घटना दुर्घटना को अंजाम दे सकते हैं पूर्व में भी बताया जाता है कि कथित अवैध खदान में गोलीबारी जैसी स्थिति निर्मित हो चुकी है। ऐसे में यदि समय रहते इस अवैध कोयला उत्खनन पर पाबंदी नहीं लगाई गई तो निश्चित ही आगामी समय में इसके दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
करोड़ों का काला कारोबार
कथित स्थानीय माफिया शर्मा ने कभी बोरियों से हजार के आंकड़े में कमाने से सफर की शुरुआत की थी लेकिन अब वही माफिया प्रतिदिन लाखों का राजस्व को नुकसान पहुंचा रहा है , और इस लाखों को करोड़ों में बदलने दीपू महाराज और बहुचर्चित ठाकुर साहब ने के केशवाही मरखी माता की पवित्र भूमि पर कदम रखा है,जी हां अवैध कोयला खनन से न सिर्फ अपराधी ग्राफ बढ़ रहा है, शासन को राजस्व की हानि भी हो रही है तो सेटिंग और स्थानीय मैनेजमेंट जमा कर कथित माफिया द्वारा प्रतिदिन 2 से 3 हाईवा माल स्थानीय प्लांट सहित अन्य स्थानों पर पलटी करना बताया जा रहा था जिसकी संख्या और मात्रा 8 से 10 करने का प्रयास है। वही बताया यह भी जाता है की केशवाही में स्थानीय मैनेजमेंट के साथ शर्मा जी विधिवत बोलेरो एवम दो नग दो पहिया चालक सहित अन्य की वाहनों की निगरानी में इस कोयले का परिवहन ढलती शाम के साथ प्रारंभ होता है जिसकी खबर स्थानीय पुलिस को होती है लेकिन... आप समझदार है।


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