माफिया बना महेंद्र, स्थानीय पुलिस बनी मुकदर्श.. भंडारण के नाम पर अवैध रेत का खेल
रिजवान खान
शहडोल/उमरिया। माफियाओं का विरोध करने वाले और अवैध रेत खनन के खिलाफत करने वाले स्वयं नियमों को तथा बताकर जिला मुख्यालय में टोकन सिस्टम चालू किए और जिम्मेदार मूकदर्शक बने खैर इस मसले पर चर्चा बाद में करेंगे ताजातरीन मामला शहडोल जिला मुख्यालय के सोहागपुर थाने से लगे बकेली का है जहां स्थानीय पुलिस ने नए रेत माफिया का उदय किया है जी हां कथित महेंद्र नामक रेत माफिया ने बघेली में अवैध खनन की कमान संभाली है और उसके खेवईया बने हैं शनि और उसके गुर्गों कहने को तो महेंद्र स्थानीय समाजसेवी है लेकिन बड़े पैमाने में रेत का अवैध उत्खनन ट्रैक्टर के माध्यम से कराकर बघेली के विभिन्न स्थानों पर लगभग 100 से 200 मिनी ट्रक रेत का भंडारण महेंद्र द्वारा कराया गया है।
भंडारण की टीपी, अवैध रेत
बताया जा रहा है कि उमरिया जिले के मझौली रेत खदान की टीपी लेकर शहडोल जिले के माफिया घुनघुटी पुलिस के सरक्षण में अवैध खनन कारोबार को अंजाम दे रहे हैं, जहां पहले राउंड मझौली के भंडारण की टीपी काटी जाती है बाद उसके अवैध रूप से रेत का परिवहन बकेली व उसके आसपास के अवैध भंडारों से बड़े पैमाने पर हो रहा है और यह रेत बीते कई दिनों से जिला मुख्यालय में खफाई जा रही थी तो वही शहडोल में माफियाओं के तर्ज पर खुद को माफियाओं से प्रताड़ित बताने वालों ने भी इन्हीं के ढर्रे पर अवैध रेत का गोरख धंधा शुरू किया। तो अब मामला रसाकसी का है।
सैकड़ो डग्गी रेत का है भंडारण
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुराने नामचीन माफिया ने महेंद्र को आगे कर स्थानी पुलिस से साठगांठ कर बड़े पैमाने में अवैध रेत के खनन परिवहन भंडारण का खेल घुनघुटी थाना क्षेत्र अंतर्गत बकेली ग्राम में प्रारंभ किया है जहां बड़े पैमाने पर ट्रैक्टर के माध्यम से अवैध खनन कराई गई रेत को ग्राम में अलग-अलग स्थान पर छोटे-छोटे कूतों में इकट्ठा किया जा रहा है, बाद इसके इसी रेत को शहडोल जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्र में सप्लाई किया जा रहा है इसके लिए स्थानीय पुलिस से प्रति गाड़ी के दर से साठगांठ करना की गई बताई जाती है।
घुनघुटी पुलिस की भूमिका संदिग्ध
जब से घुनघुटी थाने का प्रभार सब इंस्पेक्टर पंत ने संभाला है तब से साहेब अपनी करगुजारियों को लेकर चर्चा में ही रहे हैं, हालाकी साहब और उनके कथित सिपाहसलार शहडोल निवासी के नौरोजाबाद में आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले से तो उनके 7 लाख की चढहोत्तरी के बाद सुरक्षित होने की जनचर्चा आम है लेकिन शहडोल सोहागपुर सीमा पर बिजोरी घाट के संचालन और बघेली से भारी तादाद में अवैध रेत के खनन जैसे मामलों पर उमरिया पुलिस अधीक्षक की चुप्पी भी कई सवालों को जन्म दे रही है जबकि मानपुर से लेकर जिला मुख्यालय उमरिया तक बच्चे बच्चे को मालूम है की बकेली में भारी तादाद पर रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है।
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