बलराज की पीट कर हत्या करने के मामले में टीटू सहित दो अन्य नाम चर्चा में..
दो दिन बीते पी एम रिपोर्ट अप्राप्त.. पुलिसिया कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
यदि आपके जेब में लाखों रुपए हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं यहां तक की हत्या जैसे मामले को भी दबाया जा सकता है यह हम नहीं कहते यह बरगवा के आसपास के क्षेत्र के चौराहों नुक्कड़ों की चर्चा है। चर्चा की माने तो तीन रईसजादों ने एक ट्रक चालक की पीट पीट कर हत्या कर दी और बाद में उसे सांठगांठ कर उल्टी दस्त से मौत का नाम दे दिया। हालांकि जिस मामले की बात की जा रही है उस मामले में जांच जारी है पीएम रिपोर्ट आना अभी शेष है लेकिन जन चर्चा में कथित व्यापारी भाजपा नेता का बलराज मौत मामले में मजबूत दखल बताया जा रहा है।
शहडोल : किसी रसूखदार व्यापारी के सामने अदने से ट्रक चालक के जान की भला क्या कीमत ऐसी ही कुछ कहावत इन दोनों कागज नगरी ओ पी एम ,बरगवां में चरितार्थ होती प्रतीत हो रही है जी हां जन चर्चा जोरों पर है कि कोई बड़ा सेठ बलराज की मौत मामले में मामले को दबाने में सफल हो चुका है खैर यह तो पुलिसिया डायरी ही बताएगी कि उसे कितनी सफलता मिली है पर एक बात तो स्पष्ट है कि दो दिन बाद पीएम रिपोर्ट अप्राप्त होना अब तक कथित चर्चित तिकड़ी में से किसी का भी नाम सामने ना आना साथ ही जगह-जगह से विरोध के सुर सुर्खियों में रहना इस सवाल को तो जन्म दे ही रही है कि मैनेजमेंट तगड़ा हुआ है। सूत्रों की माने तो कथित भूरा सेठ ने रईसजादों को बचाने 6 अंकों की आंकड़ों पर मैनेजमेंट की मियाद लिखी है यही कारण है की भूरा के कथित नवाबजादों पर कोई हाथ डालने को तैयार नहीं है तो वहीं इसकी विपरीत यह भी चर्चा है कि रिकी और दीपू की कठिन जोड़ी मामले को हवा देने के लिए तन- मन- धन से समर्पित है हालांकि परदे के सामने कोई नहीं आना चाहता लेकिन परदे के पीछे से एड़ी चोटी का जोर लगाने की चर्चा है
2 दिन बीते पीएम रिपोर्ट अप्राप्त
ट्रक चालक बलराज सिंह की मौत के बाद ट्रक चालक संगठन सहित विभिन्न व्यापारी एकजुट हुए और मामले की विस्तृत जांच की मांग की तो वहीं आसपास के लगे घरों के सीसीटीवी का फुटेज खंगालने की मांग भी रखी गई। हालांकि पुलिस ने मौके में पहुंचकर मामले को नियंत्रण में रखा लेकिन दो दिन बाद भी मामले में पीएम रिपोर्ट अब तक अप्राप्त होना दोषियों के संबंध में ठोस कार्यवाही या ना होना सहित कई और सवाल है जिनको लेकर स्थानीय पुलिस सवालों के घेरे में है वहीं सूत्रों की माने तो कथित भूरा सेठ ने नवाबजादे को बचाने 5 लाख की पेशकश स्थानीय साहब को कर दी है लेकिन शायद साहब को यह नहीं मालूम कि बड़े साहब की नजर यदि उन पर पड़ी तो उन्हें कार्यवाही से कोई नहीं बचा पाएगा हाल कुछ ऐसा भी हो सकता है कि तीनों रईसजादों के साथ-साथ स्थानीय साहब की कुर्सी भी खतरे में आ जाए।
जाने क्या है पूरा मामला
बताया जाता है की शहडोल जिले की सीमा से लगे अनूपपुर जिले के अमलाई बरगंवा नगर परिषद अंर्तगत सोडा फैक्ट्री के सामनें वाहन लाये गोल्डन ट्रांसपोर्ट कंपनी के एक ट्रक चालक बलराज सिंह की ईलाज के दौरान हुई मौत नें कई सवाल खडे कर दिये हैं। बिहार के रहनें वाले बलराज सिंह उक्त ट्रांसपोर्ट कंपनी में ट्रक चालक थे और सोमवार की रात वह सोडा फैक्ट्री वाहन लेकर पहुंचे थे। जानकार बताते हैं कि उनके साथ सोमवार की रात 11 से 12 बजे के बीच किसी नें कोई घटना कारित की जिसके बाद उन्हें ईलाज के लिये बुढार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया जहां उपचार के दौरान उन्होनें दम तोड़ दिया। इस घटना के सामनें आनें के बाद जहां तमाम तरह कि बाते सामनें आनें लगी वहीं इस घटना को गंभीर बताते हुये चालक संघ नें भी कई गंभीर आरोप लगाये है।
लगे थे गंभीर आरोप
नाम ना बताने की शर्त पर मौजूद एक ड्राइवर नें बताया बीती रात 11 से 12 बजे कि दरमियानी रात इसी क्षेत्र के कुछ स्थानीय दबंगों टीटू और उसके दो अन्य सहयोगी जिसमें एक बड़े व्यापारी और भाजपा नेता का रिश्तेदार है से ट्रक चालक बलराज का किसी बात को लेकर विवाद हुआ ! इसी दौरान एक व्यक्ति नें बलराज के ट्रक पर बड़ा पत्थर मारा और ट्रक का कांच फूट गया जो ट्रक के अंदर मौजूद बलराज को भी लगा और चोटे भी आई, बलराज जब ट्रक से उतरे तो इन्हीं लोगों नें उनसे फिर मारपीट की, घायल बलराज अचेत हो गये और उन्हें आनन फानन में एंबूलेंस के माध्यम से बुढार सामुदायिक स्वास्थ्य लाया गया। उनके सिर पर व कमर पर आई चोट के कुछ लोगों नें निशान भी देखे हैं और ईलाज के कुछ घंटों बाद ही उन्होनें दम तोड़ दिया ! मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दी गई और शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया जायेगा।
इनका कहना है
मामले की जांच की जा रही है निष्पक्ष कार्यवाही की जाएगी।
इसरार मंसूरी
एएसपी, अनूपपुर पुलिस
मामले में पीएम रिपोर्ट अब तक प्राप्त नहीं हुई है, सोडा फैक्ट्री के कैमरा की फुटेज जांच की गई है जिसमें कुछ भी स्पष्ट नहीं दिख रहा है। फिलहाल मर्ग कायम कर लिया गया है।
वीरेंद्र बरकडे
थानाप्रभारी, चचाई थाना
पार्ट 3 .. अनूपपुर पुलिस पर दबाव बनाने कौन कर रहा फंडिंग!!




0 Comments