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ग्राम पंचायत लोढ़ी के रोजगार सहायक की कलेक्टर से हुई शिकायत...



तो क्या ठंडे बस्ते के हवाले कर दी गई जांच, जनपद सीईओ की भूमिका भी सवालों के घेरे में...!!


 ग्राम पंचायत में शासकीय राशि का बंदरबांट आम हो चुका है लेकिन जनपद पंचायत गोहपारु की ग्राम पंचायत लोढ़ी में  सरपंच सचिव मिलकर मानो भ्रष्टाचार की पटकथा लिख रहे हो बताया जाता है कि बड़े पैमाने पर शासकीय राशि में सेंध कथित रोजगार सहायक द्वारा लगाया जा रहा है एवं बड़े पैमाने पर शासकीय राशि की लूट मची है जिसकी शिकायत ग्राम वासियों ने 15 बिंदुओं के आधार पर संवेदनशील कलेक्टर केदार सिंह को सौंपी है यही नहीं जन चर्चा यह भी है कि शासकीय राशि की खेली जा रही होली में जनपद सीईओ भी शामिल हैं यही कारण है कि उन्हें कार्यवाही अथवा जांच के लिए शिकायत का इंतजार रहता है वे स्वयं मामलों अथवा जांच के लिए संज्ञान लेने में सक्षम नहीं है। 


शहडोल। जनपद पंचायत गोहपारु के ग्राम पंचायत लोढ़ी के रोजगार सहायक गोहपारु और जयसिंहनगर क्षेत्र में हर वर्ष चार पहिया गाड़ी बदलने के लिए चर्चाओं में रहते हैं तो वहीं जन चर्चा कथित रोजगार सहायक को लेकर यह भी है कि इन्हें ग्राम पंचायत की कमाई इस कदर भाई की इन्होंने कम ही समय में ही अर्स से फर्श तक का सफर तय कर लिया, इन्हीं जन चर्चाओं के बीच लोढ़ी ग्राम पंचायत के ग्राम वासियों ने लामबंद होकर कलेक्टर को शिकायत दी,कि कथित रोजगार सहायक आशुतोष गौतम सरपंच के साथ मिलकर शासकीय राशि में भ्रष्टाचार की लूट मचा रखी है 15 बिन्दुओं की यह शिकायत कलेक्टर शहडोल तक पहुंची लेकिन जनपद सीईओ से जब इस संबंध में जानकारी चाही गई तो वे गोल मोल जवाब देते ही नजर आए साथ ही शिकायत उनके पास होने पर जांच की बात कही गई जिससे कहीं न कहीं यह प्रतीत हो रहा है की दाल में काला नहीं पूरी दाल ही काली है।


कलेक्टर को सौंपी गई शिकायत


मनमानी और भ्रष्टाचार से तंग ग्राम वासियों ने कलेक्टर को शिकायत सौंप कर शिकायत में बताया की  ग्राम पंचायत लोढी के खाते से पंचायत दर्पण ऐप एवं ई ग्राम स्वराज योजना में उर्जा बिल लगाकर भ्रष्टाचार की सीमा को पार कर जमकर राशि का दुरूपयोग किया गया है।इसके अलावा श्री सांई सुरभि आनलाइन एण्ड जनरल स्टोर्स का बिल वित्तीय वर्ष में 16 बिल राशि 60700/-रू. का भुगतान किया गया है जो कि जनरल दुकान से क्या क्रय किया गया यह संदेह के घेरे में है जो कि पूर्णतः गलत है। इसकी जांच कराई जाये। साथ ही  ए प्लस कम्प्यूटर एवं दीपा कम्प्यूटर के नाम से कम्प्यूटर रिपेरिंग हेतु एक वित्तीय वर्ष में कुल 10 बिल राशि 85000/-रू. आहरित किया गया है जबकि कम्प्यूटर रिपेरिंग में इतनी बडी राशि की आवश्यकता नही होती जो पूर्णतः गलत है इसकी जांच कराई जाये।इसी प्रकार से  नंगाली यादव एवं सतेन्द्र गुप्ता के नाम से कुल बिल 7 राशि 40000/-रू. है पचायत अंतर्गत कोई कार्यक्रम नही हुआ कि इतने बडे राशि की मिठाई बाटी गई है जो पूर्णतः गलत है इसकी जांच कराई जाये।


ये भी रहे शिकायत के कुछ बिंदु


यह कि गोलू टेन्ट हाउस राम सुन्दर के नाम से 4 बिल राशि 14750/- रू एवं भारत विशाल टेन्ट हाउस के नाम से 57100/-रू. का भुगतान किया हैं जबकि ग्रान् पचायत अंतर्गत टेन्ट का उपयोग कही किया ही नहीं गया है इतने बडे राशि का टेन्ट के नाम से आहरण करना पूर्णतः गलत है इसकी जांच कराई जाये। एवं स्टेशनरी क्रय के नाम से शिवान्शु ट्रेडर्स के नाम से 60000/- रू. का बिल् का भुगतान किया है जो कि ग्राम पंचायत में इतने बडे रकम की स्टेशनरी का उपयोग होना पूर्णतः गलत है इसकी जांच कराई जाये। इसके साथ ही इनके द्वारा  पारस इलेक्ट्रिकल्स व अन्य इलेक्ट्रिकल्स के नाम से 174000/-रू. क आहरण किया गया है जबकि भौतिक स्तर पर लाइट व पम्प का काम ग्राम पचायत स्तर पर कराया ही नही गया है। इतने घडे राशि को इलेक्ट्रिक के नाम से खर्च करन पूर्णतः गलत है भौतिक स्तर की जाच कराई जाये।इसके अलावासुनील कुमार तिवारी के नाम से 68000/-रू. का भुगतान किया गया। व्यक्तिगत नाम से क्या क्रय किया गया इतनी बड़ी राशि क्यू भुगतान किया गया इसकी जांच कराई जाये। इसी प्रकार से यह कि विकास इन्टर प्राइजेज के नाम से 14 बिल राशि 248000/-रू. का मुगलान किया गया है वहां से क्या क्रय किया गया इतनी बड़ी राशि कहां उपयोग किया गया जो संदेह के घेरे में है इसकी जांच कराई जाये एवं निशान्त ट्रेडर्स के नाम से 20 बिल 245000/- रू. का भुगतान किया गया है जबकि भौतिक स्तर पर ग्राम पंचायत में कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ है जो पूर्णतः संदेह है इसकी जांच कराई जाये।


निष्पक्ष जांच और कार्यवाही की मांग 


सौंपी गई शिकायत में ग्राम वासियों ने निष्पक्ष जांच और कार्यवाही की मांग की गौरतलब है कि जिला पंचायत की कमान वर्तमान में निष्पक्ष तेज तर्रार आईएएस के हाथों में है जिसे इस मामले में निष्पक्ष जांच और व कार्यवाही की कयास लगाई जा रही है बताया जा रहा है कि किसी प्रकार के भ्रष्टाचार और लीपापोती की गुंजाइश इन दिनों जिला पंचायत स्तर पर नहीं है अब ऐसे में देखना होगा कि इस भ्रष्टाचार पर सीईओ जिला पंचायत और जिला प्रशासन किस प्रकार से लगाम कसता है साथ ही क्या गोहपारू जनपद पंचायत के अन्य ग्रामों का हाल भी ऐसा है यह भी जांच का विषय है इसके अलावा संवेदनशील अधिकारियों से कथित भ्रष्टाचारी रोजगार सहायक की पदस्थापना अन्यत्र जनपद पर कराकर जांच एवं कार्यवाही की मांग भी की जा रही है। 


इनका कहना है


मैं अभी अपने ससुर का इलाज कराने आया हूं कोई वर्जन नहीं दे पाऊंगा।

आशुतोष गौतम 

रोजगार सहायक 


शिकायत में जिसको जांच मिली है वो जांच कर रहा है, (किसको मिली है जांच पर प्रतिउत्तर- )कलेक्टर साहब ने जिसको जांच दी होगी वह जांच कर रहा होगा। जनपद पंचायत में शिकायत होगी तो जांच होगी कोई ना कोई जांच कर रहा होगा ऑफिस में होता तो बता देता ।

वेदमणि मिश्रा 

सीईओ जनपद पंचायत गोहपारू


(इस संबंध में जानकारी के लिए जिला पंचायत शहडोल सीईओ सुश्री अंजली रमेश को उनके दूरभाष में संपर्क किया गया लेकिन किन्हीं कारणवश फोन कनेक्ट नहीं हुआ) 



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