अवैध कबाड़ कारोबार का गढ़ बना शहडोल मुख्यालय,कबाड़ के नाम पर खपाया जा रहा चोरी का लोहा तांबा
तड़ीपार से लौटे कबाड़ माफिया जोरआजमाइश पर उतारू है जबलपुर एवं अन्य महानगरों से दलाल बुलाए जा रहे हैं बताया जाता है कि यह दलाल शहडोल पुलिस महकमें पर दबाव बनाने के लिए बुलाए जा रहे हैं इसके अलावा बड़े पैमाने पर कबाड़ कारोबार या यूं कहें कि अवैध कबाड़ कारोबार की नींव रखने दलाल और कबाड़ माफिया भरसक प्रयास कर रहे हैं अब देखना यह होगा कि संवेदनशील अधिकारी इन कबाड़ माफिया पर कैसे लगाम करते हैं।
शहडोल। दर्जनों पंजीबद्ध अपराध और जिला बदर के बाद भी शहडोल में कबाड़ माफियाओं के हौसले हैं कि पस्त होने का नाम नहीं ले रहे हैं... आलम यह है कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के स्थानांतरण के बाद पुराने पंजीबद्ध कबाड़ माफिया जिन्होंने शहडोल जिले के कबाड़ कारोबार से तौबा कर ली थी और इनके अलावा जिन्होंने कबाड़ कारोबार में फिर से चोरी का माल खपाना शुरू किया उन पर ताबड़तोड़ कार्यवाहियां भी तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने की जिसके बाद से मानो उनके हौसले पस्त हो चुके थे लेकिन एक बार फिर पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण के बाद कबाड़ कारोबार के अपराधिक प्रवृत्ति के लोग दलालों के माध्यम से सेटिंग बनाने पर उतारू हैं।
तड़ीपार के बाद भी जारी कारोबार
गौरतलब है कि लगभग 1 वर्ष 3 माह पूर्व कबाड़ माफिया अनीस अंसारी को जिला बदर किया गया था जिसके बाद सिंहपुर रोड स्थित गोदाम जहां बड़े पैमाने पर चोरी का माल खपाया जाता था लगभग बंद हो चुका था इसी के साथ लगभग 6 माह पूर्व तीन माह के लिए कबाड़ माफिया रहीम अंसारी को भी जिला बदर किया गया था, बावजूद इसके बताया जाता है कि कथित कबाड़ माफियाओं के हौसले बुलंद हैं जिसका प्रखर प्रमाण यह है कि जिला बदर से लौटने के बाद अनीश पर बुढार पुलिस ने चालू विद्युत तार चोरी मामले में विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध किया हालांकि कई दिनों तक फरार रहा अनीश अंततः देर से ही सही लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ा और गिरफ्तारी हुई। तो दूसरी और जिला बदर के बाद भी रहीम अंसारी का अवैध कबाड़ कारोबार बदस्तूर जारी होना बताया जाता है।
कौन हैं दलाल कहा से हैं आएं
तत्कालीन पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के कार्यकाल में इन कबाड़ माफिया की दाल नहीं गली तो अब नवागत तेजतर्रार संवेदनशील कप्तान के ऊपर दबाव डालने के बाद पुनः अपने दाल गलाने के प्रयास से कथित माफियाओ ने शहडोल में दलालों की दुकान खोल दी है, यह दलाल स्वयं को किसी न किसी प्रभावशील व्यक्ति का खास बताकर न सिर्फ शहडोल में रहकर शबाब, कबाब और शराब का आनंद उठा रहे हैं अपितु कप्तान को एक फोन लगवाकर सब कुछ मैनेज कर देने का दंभ भी भर रहे हैं। सूत्रों की माने तो अवैध कबाड़ कारोबार में अपना वर्चस्व स्थापित करने हाल ही में महानगरों के अपराधिक प्रवृत्ति के कुछ दलाल महानगरों से बुला कर शहडोल जिला मुख्यालय में कथित अनीश द्वारा सक्रिय किए गए हैं जो होटल में रहकर काम करा देने सबकुछ सेट करा देने का दंभ भर रहें है।
कबाड़ के नाम पर खप रहा चोरी का माल
सूत्र बताते हैं कि शहडोल जिला मुख्यालय में कबाड़ के नाम पर चोरी का माल खपाया रहा है सिंहपुर रोड किरण टॉकीज और आकाशवाणी के समीप बड़े पैमाने पर ठेकेदारों के सेंटरिंग से लेकर चोरी की गाड़ियों की खरीद फरोख्त 24 घंटे होती है और पुट्ठे और कार्टून की आड़ में यह माल शहडोल से लोड कर जबलपुर के लिए रवाना किया जाता है इसके अलावा पंजीबद्ध कबाड़ माफियाओं ने लगभग एक सैकड़ा पुराने चोरों को शहडोल में सक्रिय किया है जिनका काम है बंद पड़े मकान से लोहे के दरवाजे खिड़की एंगल बंद पड़े क्रेशर से बेस कीमती कल पुर्जे एमपीईवी की तांबे और पीतल की तारे आदि को चोरी कर इन तक पहुंचाना। गौरतलब है कि बीते दिनों तार जलाकर तांबा निकालने पर आग लगने का मामला भी शुरू में आया था।




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