प्रगति की राह पर शहडोल दस जिलों का सबसे बड़ा अंतरराज्यीय जुआ शहडोल जिले में
जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र से अंतर्गत संचालित बड़े जुएं फड़ पर लगाम कसने में सिंहपुर पुलिस अथवा यह कहे कि शहडोल पुलिस असफल साबित हो रही है या फिर यह कहना उचित होगा कि पुलिस के संरक्षण में अंतरराज्यीय जुआफड़ का संचालन हो रहा है जिसमें छत्तीसगढ़ के मनेद्रगढ,़ पेंड्रा, मरवाही, बैकुंठपुर और दूसरी ओर कटनी, बड़वारा, उमरिया से बड़े-बड़े जुआरी शिरकत फरमा रहे हैं और प्रतिदिन लाखों की नाल वसूली शहडोल और अनूपपुर के जुआरी मिलकर कर रहे हैं सवाल यह उठता है कि इस जुएं का मास्टरमाइंड कोतमा और पाली के है तो जुआ फड़ का गढ़ शहडोल को क्यों बनाया गया। क्या तीनों जिलों मंे शहडोल पुलिस ही सबसे ज्यादा...?
शहडोल। भारतीय न्याय संहिता में जुआ को भले ही संगीत घोर ढण्ढनीय अपराध की श्रेणी में नहीं रखा गया लेकिन जब जुआ संगठित और विकराल रूप ले लेता है तो उसमें कई परिवार प्रभावित होते हैं और मालामाल होते हैं वे लोग जो इस फड़ का संचालन करते हैं साथ ही फायदा होता है मैनेजमेंट और संरक्षण देने वाले जिम्मेदारों का.. शहडोल में सभी को यह पता था कि शहडोल पुलिस कप्तान जुआ सट्टा जैसे अपराधों के घोर विरोधी हैं और शहडोल का पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने इस पर लगाम कसने की समुचित व्यवस्था की थी लेकिन इसके विपरीत इन दोनों शहडोल जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कथित गुरु के संरक्षण में जोरों पर जुआ फड़ का संचालन हो रहा है और जुआ फड़ में शहडोल संभाग के अनूपपुर, उमरिया के साथ-साथ जबलपुर संभाग के कटनी, बड़वारा और छत्तीसगढ़ राज्य के पेंड्रा, मरवाही और मनेंद्रगढ़ जिले से जुआरी शहडोल में शिरकत कर रहे हैं और प्रतिदिन लाखों की नाल वसूली हो रही है।
सिंहपुर में जुआ फड़ का संचालन
शहडोल जिला मुख्यालय के सिंहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जंगलों में विशाल फड़ के संचालन के समाचार आए दिन सोशल मीडिया और अन्य माध्यम से प्रकाशित हो रहे हैं बावजूद इसके सिंहपुर पुलिस गहरी निद्रा में सोई हुई है या कहा यह भी जा सकता है कि सिंहपुर पुलिस का संरक्षण कथित जुआरियों को मिला हुआ है यही कारण है कि इतने विशाल अंतरराज्यीय जुआ फड़ का संचालन किया जा रहा है और जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं।
कौन है जुआ फड़ का मास्टरमाइंड
जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर सिंहपुर में जुएं का कारोबार बीते एक पखवाड़े से फिर चर्चा में आया, जहां कोतमा के बहुचर्चित जोशी और सिंहपुर के पुराने जुआरी राम जी और आदेश का नाम जिला मुख्यालय में चर्चा का केंद्र बना बताया गया कि बड़े पैमाने पर जुआ फड़ का संचालन किया जाने लगा और इसके लिए कोयलांचल व आसपास से अन्य बहुचर्चित जुआरियों को भी जुआ फड़ मैनेजमेंट और बाहर से आए व्यापारियों की जेब खाली करने के लिए सिंहपुर के जुएं में दावत दी गई और अब आलम यह है कि कथित जुआरी द्वारा बड़े पैमाने पर जुआ फड़ संचालित किया जा रहा है और लाखों की नाल वसूली की जा रही है।
लाखों की हो रही नाल वसूली
जुआ के बारे में सोचते ही सबसे पहला ख्याल मन में यह आता है कि एक चटाई दो चार लोग, एक ताश की गड्डी और दो-चार हजार का जुआ लेकिन इसके विपरीत जिस जुआ फड़ की उल्लेख हम कर रहे हैं उसमें प्रतिदिन लगभग 50 से 80 लाख के बीच का जुआ संचालित होता है जिसमें सिर्फ एक से तीन लाख रुपए प्रतिदिन की नाल वसूली कथित जुआ पड़ संचालक के गुर्गो द्वारा किया जाता है इसके साथ ही जुआ खेलने आए बाहरी खिलाड़ियों के लिए पिकअप एवं ड्राप के साथ-साथ शराब और कबाब की व्यवस्था भी कथित जुआं फड़ पर संचालक द्वारा ही की जाती है।
पहले भी हो चुका फड़ संचालन
सिंहपुर में जुआ फड़ का संचालन कोई नई बात नहीं है वर्ष 2024 मार्च अप्रैल के दौरान भी सिंहपुर में बड़े पैमाने पर जुआ फड़ का संचालन प्रारंभ हुआ था और यह जुआ फड़ लगभग एक माह तक संचालित हुआ इसके बाद मीडिया में मामला गरमाया तो जुआ फड़ को बंद कर दिया गया और पुनः अब वर्ष 2025 में जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से इस जुआ फड़ का संचालन प्रारंभ हुआ है तो अब सवाल यह उठता है कि तब और आपके मैनेजमेंट में कामन कड़ी कौन सी है, ऐसा कौन सा जिम्मेदार है जिसने तब भी जुआ पर संचालन में स्थानीय स्तर पर मैनेजमेंट कराया था और अब पुनः मैनेजमेंट की मियाद लिखी।
गुरु का फैला सिस्टम
इस पूरे जुआ फड़ के बारे में जब हमारी टीम ने सिंहपुर क्षेत्र में तफतीस की तो सिंहपुर के स्थानीय लोगों ने नाम ना बताने की शर्त पर बड़े जुआ फड़ संचालन की न सिर्फ पुष्टि की अपितु आंकड़े भी खोल कर रख दिए और नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि कथित राजेंद्र गुरु नामक व्यक्ति द्वारा सिंहपुर क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को अंजाम दिलाया जाता है सेटिंग का हवाला देकर गुरु ही फड़ बैठाते है और बड़े पैमाने पर फड़ का संचालन भी करते हैं बहुचर्चित गुरु पूर्व में भी अवैध कार्यों को लिए सदैव चर्चा में रहे हैं और वही नेटवर्क उनका अभी भी फैला हुआ है गुरू पत्तों के शौकीन है इसलिए पत्तेबाजों को संरक्षण देते हैं।
क्या है मैनेजमेंट का सिस्टम
सिंहपुर में अंतरराज्यीय फड़ संचालन में स्थानीय स्तर पर मैनेजमेंट की चर्चा जोरों पर है बताया जाता है कि कथित गुरु ने 6 अंकों पर साप्ताहिक मैनेजमेंट की मियाद लिखी है जिसका हिसाब हफ्ते के हफ्ते हो रहा है जिसमें स्थानीय जिम्मेदार नीचे से ऊपर तक मैनेज हैं और इस मैनेजमेंट के दम पर इतने विशाल जुआ फड़ का संचालन किया जाता है इसके अलावा बाहरी अथवा आईजी स्पेशल टीम के संभावित दबिश को मद्दे नजर रखते हुए चौक चौराहों पर रेकी की व्यवस्था भी की जाती है हालांकि सुरक्षा और सूचना की जिम्मेदारी रंगीन कागजों से दबे जिम्मेदारों ने भी उठा रखी है।
इनका कहना है
हमारे यहां जुआ फड़ का संचालन नहीं हो रहा है, मेरे स्टाफ और मेरे द्वारा कई स्थानों पर दबिश दी गई जुआ नहीं पाया गया जो जानकारी आ रही है गलत आ रही है।
मुन्ना लाल रंहगडाले
थाना प्रभारी, सिंहपुर, जिला शहडोल
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