Ticker

6/recent/ticker-posts

तहसीलदार ने भेजा एसडीएम को जांच प्रतिवेदन, रज्जन बिपिन अवैध प्लाटिंग मामले में जांच प्रारंभ


स्थानीय राजस्व अमले की मिली भगत से की गई थी अवैध प्लाटिंग, अब मामला दबाने का प्रयास 

 कहते हैं कि हर ऊंट कभी ना कभी पहाड़ के नीचे आता है ऐसा ही हुआ है शहडोल के भू माफियाओं के साथ जिनके हौसले आज तक बुलंद थे कि प्रशासन उनके कुछ नहीं कर सकता उन्हें लोकप्रिय एवं संवेदनशील कलेक्टर ने प्रशासनिक अधिकारी का पावर दिखा दिया, हाल ही में बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग मामले में भू माफियाओं को नोटिस जारी की गई थी तो वहीं गोहपारू के बहुचर्चित रज्जन एवं विपिन अवैध प्लाटिंग मामले में भी जांच प्रारंभ हुई जिस पर तहसीलदार द्वारा जांच प्रतिवेदन एसडीएम को प्रस्तुत कर दिया गया है हालांकि कथित भू कारोबारी अपने आकाओं  के साथ मिलकर जांच को प्रभावित करने हाथ पर मरते बताए जा रहे हैं पर उनकी दाल गलाना मुश्किल ही है।


शहडोल। जिला मुख्यालय अंतर्गत गोहपारू तहसील क्षेत्र में रज्जन और विपिन नामक दो भू- कारोबारी की अवैध प्लाटिंग बीते समय से खूब चर्चा में रही है जिस पर संवेदनशील कमिश्नर एवं संवेदनशील कलेक्टर द्वारा जांच के आदेश जारी किए गए थे बताया जाता है कि जारी जांच के आदेश पर स्थानीय राजस्व अमले आर आई और पटवारी के साथ मिलकर जांच प्रतिवेदन में खेल करने का प्रयास कथित भू कारोबारी द्वारा किया गया है जिसमें राजस्व अमले की भूमिका भी संदिग्ध है बताया जाता है कि राजस्व अमले  द्वारा खसरे को कई खसरे में बतांक एवं जानकारी छुपाने जैसे प्रयास किए गए हैं हालांकि तहसीलदार ने जांच प्रतिवेदन एसडीएम जयसिंहनगर को प्रस्तुत कर दिया है जांच प्रतिवेदन के आधार पर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी तब तक के लिए कलेक्टर अनुमति के बिना किसी प्रकार की रजिस्ट्री नहीं की जाएगी।

राजस्व अमले से मिलीभगत 

बताया जाता है कि कथित भू कारोबारी रज्जन और विपिन ने बड़े पैमाने पर गोहपारू तहसील क्षेत्र अंतर्गत तीन अलग-अलग स्थान में अवैध प्लाटिंग को अंजाम दिया है जिसमें राजस्व विभाग की मिलीभगत साफ तौर पर उजागर हो रही है ऐसे में समाचार पत्रों के माध्यम से लगातार समाचार प्रकाशन के बाद मामले में प्रशासन ने संज्ञान लिया और संवेदनशील कलेक्टर द्वारा जांच के निर्देश जारी किए गए, किंतु  राजस्व कारोबारी द्वारा स्वयं को बचाने एवं कथित भू कारोबारी अवैध प्लाटिंग के सरगना को बचाने के लिए कूट रचित दस्तावेज तैयार करने, प्रशासन को आधी अधूरी जानकारी देने, अन्य स्थानों के अवैध प्लाटिंग के उल्लेख न करने जैसे कई प्रयास करने बताए जा रहे हैं। 

मामला ठंडे बस्ते के हवाले का प्रयास

कहते हैं पैसा खुदा तो नहीं पर खुदा से कम भी नहीं ऐसे में सूत्र बताते हैं कि कथित भू माफिया अवैध प्लाटिंग के सरगना प्रशासनिक कार्यवाही में स्वयं को बचाने जी तोड़ हाथ पैर मार रहे हैं, इतना ही नहीं हाल ही में चालू की गई अवैध प्लाटिंग की साइड को भी जांच प्रतिवेदन से दूर रखने का दंभ कथित भू माफिया भर रहें हैं, इसके अलावा तहसीलदार और एसडीएम स्तर पर मैनेजमेंट कर फाइल ठंडे बस्ते के हवाले करने की चर्चा जोड़ों पर है खैर मामला गरम है और यह बात सबको मालूम है कि निचले स्तर पर भले ही कथित माफिया मामला ठंडे बस्ते के हवाले करने का प्रयास करें पर संवेदनशील और ईमानदार कलेक्टर के समक्ष इनके कागजी गांधी का जोर नहीं चलेगा। सूत्रों की माने तो कथित भू कारोबारी द्वारा निचले स्तर पर अधिकारियों की खरीद फरोख्त करने की भरपूर कोशिश की जा रही है जिसमें बार बार एसडीएम स्तर पर मामला दबाने की बात निकल कर आ रही है हालाकि हम इन चर्चाओं की पुष्टि नहीं करते। 

आपराधिक प्रकरण और जुर्माने का प्रावधान

नियम अनुसार अवैध प्लाटिंग मामले में अवैध कॉलोनाइजर की श्रेणी में रखते हुए अपराध पंजीबद्ध करने का प्रावधान है राजस्व अधिकारी अथवा जिला कलेक्टर जांच उपरांत संबंधित थाने को एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्राचार कर सकते हैं। सजा के प्रावधान के बाद भी भू माफियाओं के हौसले इसलिए बुलंद है क्योंकि इन्हें भरोसा है भ्रष्ट तंत्र पर कि कहीं ना कहीं रंगीन गुलाबी कागजों के दम पर फाइल को ठंडे बस्ते के हवाले कर देंगे क्योंकि यदि फाइल और बिक्री नामे,एग्रीमेंट, पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी एवं अन्य दस्तावेजों की जांच की गई क्रेताओं के बयान दर्ज कराए गए तो कहीं ना कहीं मामले में दोषी कथित भू कारोबारी पाए जाएंगे और स्वयं को सजा से बचाने विभिन्न प्रकार के प्रयास हाथ पर मारते कथित कारोबारी नजर आ रहे हैं। गौरतलब है की पूर्व में कटनी कलेक्टर द्वारा अवैध प्लास्टिक मामले में दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने की कार्यवाही की गई थी।

इनका कहना है 

आप अवैध प्लाटिंग संबंधित जानकारी मुझे व्हाट्सएप में भेजें नियमानुसार जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी। 

तरुण भटनागर 

कलेक्टर,शहडोल 


वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर रज्जन-विपिन अवैध प्लाटिंग मामले में जांच प्रतिवेदन एसडीएम को प्रस्तुत कर दिया गया है। वर्तमान में कलेक्टर अनुमति के बिना किसी प्रकार की रजिस्ट्री नहीं होगी।

लक्ष्मण पटेल

तहसीलदार, गोहपारू


(जांच प्रतिवेदन पर कार्यवाही एवं प्रतिक्रिया हेतु एसडीएम जयसिंहनगर श्रीमती प्रगति वर्मा से उनके दूरभाष में संपर्क साधा गया किंतु हमेशा की तरह उनका फोन नहीं उठा)


Post a Comment

0 Comments