Ticker

6/recent/ticker-posts

एक ओर शमशान दूसरी ओर गैस का गोदाम.. बीच में पेट्रोल डीजल की दुकान..!!

 



शहडोल। नीचे फूलों की दुकान ऊपर गोरी का मकान.. सुप्रसिद्ध गीत तो आपने सुना ही होगा, पर यदि आप शहडोल में रहते हैं तो आपके लिए इस गाने को कुछ ऐसा कहा जा सकता है की पीछे गैस का गोदाम, सामने बरसों से शमशान, अब वही खुलेगी पेट्रोल डीजल की दुकान...!! रहवासी क्षेत्र में  कई घरों के बीच विशालकाय गैस गोदाम जहां प्रतिदिन लगभग हजार से 2000 गैस सिलेंडर का भंडारण होता है,वह क्या कम था कि अब बताया यह जा रहा है कि जिला प्रशासन ने 100 मीटर के दायरे में ही पेट्रोल पंप खोलने की अनुमति भी दे दी है अब अनुमति देने वालों की कार्य कुशलता पर सवाल उठाना तो लाजमी नहीं है पर यह कहना उचित होगा कि निश्चित ही अनुमति लेने वाला कोई रसूखदार होगा यही कारण है कि राजस्व विभाग ने इंडियन गैस गोदाम से महज 100 मीटर दूर और शमशान से भी महज 100 मीटर दूर एक पेट्रोल पंप को एनओसी जारी करी। होलिका दहन के दौरान जरा सी उड़ती चिंगारी देखकर मोहल्ले वाले भयभीत हो जाते हैं कि कहीं गैस गोदाम में आग लगी तो पूरा मोहल्ला पल भर में विस्फोट हो जाएगा, ऐसे में हजारों लीटर पेट्रोल और डीजल का भंडारण भी इस 100 मीटर के दायरे में होगा तो सोचिए कैसे उनकी हलक का पानी सूख जाएगा। पहले तो नियमत रहवासी क्षेत्र में गैस गोदाम ही नहीं होना चाहिए था चलो उसको हटाना तो दूर उसी के बगल में पेट्रोल पंप खोलने की तैयारी में है जिला प्रशासनऔर रसूखदार पेट्रोल पंप संचालक को एनओसी भी प्राप्त होना बताई जा रही है। हमें क्या हमारा मकान तो वहां से कई किलोमीटर दूर है.. किंतु परंतु लेकिन हम अपने सामाजिक उत्तरदायित्व से मजबूर हैं इसीलिए यह सवाल उठा रहे हैं कि आखिर क्यों क्या मजबूरी है जिला प्रशासन की जो गैस गोदाम और शमशान के समीप पेट्रोल पंप की एनओसी दी जा रही है ऐसे में यदि ईश्वर ना करे भीषण गर्मी में किसी जलती चिता कि आग हवा के प्रभाव में पेट्रोल पंप तक पहुंची तो पहले तो पेट्रोल पंप ब्लास्ट होगा फिर आसपास बने घर फिर आग लगेगी गैस गोदाम में तो पल भर में फायर ब्रिगेड पहुंचने से पहले ही पूरा मोहल्ला कई परिवार नक्शा और राशन कार्ड से मिट जाएंगे। 

एनओसी पर उठ रहे सवाल

जनचर्चाओं के अनुसार जिला प्रशासन ने कथित पेट्रोल पंप संचालक को एनओसी दे दी है अब सिर्फ विस्फोटक एनओसी ही शेष है अगर ऐसा है तो सवाल यह है कि एनओसी हेतु प्रस्तुत किए गए प्रतिवेदन में क्या राजस्व विभाग के अधिकारी पटवारी आरआई ने यह उल्लेख नहीं किया था कि जिस स्थान पर पेट्रोल पंप खोला जाएगा उसे स्थान के लगभग  100 मीटर की न्यूनतम दूरी पर इंडियन गैस का गोदाम और एक शमशान भी स्थित है, शमशान में प्रतिदिन शवदाह होता है और गैस गोदाम में हजारों सिलेंडरों का भंडारण, अगर राजस्व विभाग ने अपने प्रतिवेदन में इसका उल्लेख नहीं किया तो निश्चित ही यह बड़ी बात है कहीं ना कहीं आमजन के साथ आमजन के जान माल के साथ खिलवाड़ की श्रेणी में इसे रखा जा सकता है और कहा यह भी जा सकता है कि मूल दायित्व से भटक कर राजस्व विभाग ने स्वयंवर सिद्ध करते हुए ऐसा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया होगा। 

संवेदनशील कलेक्टर से दरकार 

बताया जाता है की कि ऐसा ही एक मामला पूर्व में प्रकाश में आया था जब पांडव नगर भारत माता विद्यालय के सामने पेट्रोल पंप खोलने की कयावद शुरू हुई थी तब पेट्रोल पंप के नोजल, मशीन,मोटर,टंकी आदि भी स्थापित हो चुके थे लेकिन संवेदनशील तत्कालीन कलेक्टर ने इस मामले में फैसला लेते हुए एनोसी रद्द कराई थी.. तो वहीं इस मामले में भी संवेदनशील कलेक्टर केदार सिंह से दरकार की जा रही है कि वह इस पूरे मामले का व्यक्तिगत रूप से जांच कर कर उचित कार्यवाही करेंगे।

इनका कहना है

एसडीएम से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर एनओसी दी जाती है शमषान और गैस गोदाम के संबंध में प्रतिवेदन देखने के बाद ही मैं कुछ बता पाउंगा।

राकेश तिवारी 

प्रभारी बाबू, एनओसी शाखा कलेक्ट्रेट शहडोल


Post a Comment

0 Comments